इलेक्ट्रिशियन की बेटी ने Crack की UPSC परीक्षा

1088

ग्वालियर। बिजली का काम करने वाले मजदूर रविंद्र सेंगर की बेटी उर्वशी सेंगर का चयन UPSC में हो गया। इस बेटी ने जो सपना देखा था वो पूरा हो गया। अब वे कलेक्टर बनेंगी। उर्वशी ने इसी साल फरवरी में UP-PSC की परीक्षा पास की थी। उनका सिलेक्शन उत्तर प्रदेश में नायब तहसीलदार के पद पर चयन हो गया था। लेकिन, उनका सपना उससे भी अच्छे पद पर पहुंचना था। उनका मन था UPSC क्रेक करने का! इसलिए उर्वशी ने वो नौकरी ज्वाइन नहीं की। UPSC की परीक्षा में उर्वशी की 532 वीं रैंक आई है।

न्यू ग्रेसम विहार बस्ती में रहने वाले रविंद्र सेंगर का घर छोटा सा है। रविंद्र 30 साल से इसी तरह मजदूरी कर रहे हैं। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है। वे सुबह होते ही शहर में मजदूरी करने निकल जाते हैं, शाम को जब घर पहुंचते हैं तो बच्चों से उनकी पढ़ाई के बारे में पूरी जानकारी लेते हैं। लेकिन, एक मजदूर की बेटी ने एक बार फिर से लोगों को यह प्रेरणा जरूर दी है कि मन लगाकर योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई की जाए तो देश की सबसे बड़ी परीक्षा भी पास की जा सकती है. यही वजह है कि लोग उर्वशी के घर बधाई देने वालों का तांता लगा
रविंद्र सेंगर भले ही मजदूर हो लेकिन उनके परिवार में पढ़ाई का अच्छा माहौल है। उर्वशी ने कॉलेज तक हिंदी मीडियम से पढ़ाई की। ग्वालियर के बादलगढ़ सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई के बाद KRG गर्ल्स कॉलेज से स्नातक और स्नातकोत्तर किया। बाद में कुछ समय के लिए उर्वशी UPSC की तैयारी करने दिल्ली गई। लेकिन, उन्होंने ज्यादातर पढ़ाई घर पर रहकर ही की। पिता का कहना है कि बच्चों में लगन हो तो कोई सफलता मुश्किल नहीं होती। उर्वशी की मां भी बेटी की कामयाबी से खुश है।