सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हाथियों की पिकनिक हुई पूरी, खूब जमकर की मेहमाननवाजी
*एस टी आर से संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की एक अनूठी रिपोर्ट*
चूरना/इटारसी। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में विगत 7 दिनों से जारी हाथियों की वार्षिक पिकनिक कल मंगलवार को पूर्ण हुई। सात दिनों तक हाथियों की जमकर खातिरदारी की गई। उनको भरपूर आराम के अतिरिक्त खाने-पीने और नहलाने के साथ उनकी खूब मालिश भी की गई। सभी हाथियों ने अपने पसंदीदा भोजन गुड़, गन्ना, केला व रोटी की दावत उड़ाई। ज्ञात रहे कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हाथियों का 12 से 19 सितंबर तक पुनरयौवनीकरण शिविर लगा गया। जिसमें एसटीआर के सभी आठ हाथियों को एक जगह एकत्र किया गया है।
जंगल में साल भर भ्रमण करने वाले इन हाथियों को 7 दिन आराम कराया गया। उनसे किसी भी तरह का कोई काम नहीं लिया गया। यहां हाथियों की खुराक बढ़ाने और उनको तंदुरूस्त करने के लिए मनपसंद चारे के साथ फलों का भोजन कराया गया है। हाथियों के साथ रहने वाले महावत भी अब अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। शिविर के समापन के दिन अतिथि वाइल्ड लाइफ पीसीसी चीफ, जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत रहे। हाथियों की अतिथियों के द्वारा पूजन की गई। फिर उन्हें भोजन कराया गया। सभी महावतों को ड्रेस, जूते व अन्य सामग्री भेंट की गई। इस अवसर पर एसटीआर के फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति, एएफडी संदीप फेलोज, एसडीओ विनोद चौहान, रेंजर आरपी पाठक समेत स्टॉफ मौजूद रहा।
एसटीआर के चूरना में इस बार शिविर का आयोजन हुआ। कर्नाटक से आए गजा, पूजा, कृष्णा, मरिसा को पहली बार सात दिन का अवकाश मिला है। एसटीआर के विक्रम, अंजुगम, प्रिया, स्मिता के साथ कर्नाटक के हाथियों ने भी मौज-मस्ती की। कैंप में मनपसंद भोजन के साथ प्रत्येक हाथी को केला, गन्ना, भुट्टा, गुड, पपीता दिया गया। सुबह होते ही महावतों द्वारा रोजाना हाथियों को स्नान कराया गया। उनकी मालिश के साथ ही हाथियों का श्रृंगार रोजाना किया गया। इस बार इन हाथियों में सबसे छोटा हाथी शराती विक्रम रहा। आज बुधवार से सभी हाथी पिकनिक पूरी कर अपनी-अपनी जगह फिर काम पर लग गए।