Embezzlement in Company : जिस कंपनी में 15 साल काम किया उसी में किया 6 करोड़ से ज्यादा का गबन!

देखिए, क्राइम ब्रांच के एडीसीपी राजेश दंडोतिया ने क्या बताया!

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Embezzlement in Company : जिस कंपनी में 15 साल काम किया उसी में किया 6 करोड़ से ज्यादा का गबन!

Indore : शहर की एक कंपनी के मालिक ने अपने ही कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराया। बताया जा रहा है कि पिछले 15 सालों से आरोपी कर्मचारी कंपनी में काम कर रहा था। लेकिन, पिछले 5 साल में वह धीरे-धीरे कंपनी में किसी न किसी तरह करोड़ों रुपए का गबन कर लिया।

इनोफ्लेक्स कंपनी के मालिक सौरव जोशी ने यह शिकायत की है। क्राइम ब्रांच को की शिकायत में सौरव जोशी ने बताया कि उनका अकाउंटेंट अविनाश राठौर गत 15 साल से कंपनी में काम कर रहा है। लेकिन, पिछले 4-5 साल में अविनाश ने धीरे-धीरे गड़बड़ी की और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच टीम में जब अविनाश को हिरासत में लिया तो उसने पूछताछ में यह कबूल किया कि उसने पिछले 4 से 5 सालों में लगभग 6:30 करोड रुपए कि हेरा फेरी की है।

इसके बाद मामले में क्राइम ब्रांच टीम ने अविनाश को कोर्ट के सामने प्रस्तुत कर उसकी 5 दिन की डिमांड ली है। रिमांड में अविनाश ने बताया कि इन रुपयों से चार फ्लेट और सोने चांदी के जेवरात खरीदे हैं। क्राइम ब्रांच टीम ने इन सभी चीजों को अपने कब्जे में ले लिया। सम्भवतः पूछताछ में अविनाश ने और भी ज्यादा रुपयों कि धोखाधड़ी कबूली जा सकती है।

 

फर्जीवाड़ा 2 से बढ़कर साढ़े 6 करोड़ हुआ

क्राइम ब्रांच के एडीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि धोखाधड़ी का एक मामला पंजीकृत किया गया था, जिसमें सौरभ जोशी के अकाउंटेंट ने में पिछले 4 से 5 साल में करोड़ों की तैयारी की। लेकिन, जब सभी अकाउंट का मिलान किया गया तो यह फर्जीवाड़ा बढ़कर साढ़े 6 से 7 करोड़ का सामने आया। आरोपी को हिरासत में लेकर 5 दिन की रिमांड पर लिया गया। इसमें बताया कि उसने इस पैसे से 8 प्लेट्स और प्लॉट खरीदे और इसमें जो दो प्लॉट की रजिस्ट्री भी अपने नाम से करवा ली।

उसके घर से गोल्ड भी मिला है जो उसने धोखाधड़ी के पैसे से खरीदा था। उसके द्वारा यह भी बताया गया कि उसने शेयर ट्रेडिंग में भी पैसा लगाया था। इसलिए पुलिस ने उसे फिर पांच दिन की रिमांड पर लिया है। यह शेयर ट्रेडिंग गुजरात और महाराष्ट्र में की। शेयर ट्रेडिंग की जानकारी लेने इन्वेस्टिगेशन टीम इन राज्यों में गई है। फिलहाल मामला इन्वेस्टिगेशन में है और अभी हमारी टीमों के आने के बाद और खुलासा होगा।