Encroachment on Pond : 500 साल पुराने तालाब को बचाने की गुहार, सरकारी लापरवाही बनी बाधा!

382

Encroachment on Pond : 500 साल पुराने तालाब को बचाने की गुहार, सरकारी लापरवाही बनी बाधा!

एकमात्र वर्षा चैनल पर अवैध कब्जों ने जल आवक रुकी, अतिक्रमण और खनन से सूखा जल स्रोत!

Indore : प्रदेश सरकार पारंपरिक जल स्रोतों के संरक्षण को लेकर लाख प्रयास कर रही है। लेकिन, जमीनी हकीकत जिले की रंगवासा पंचायत में उल्टी ही दिखाई देती है। यहां स्थित 500 साल पुराने ऐतिहासिक तालाब अतिक्रमण, खनन और प्रशासनिक लापरवाही की भेंट चढ़ गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि तालाब में पानी लाने वाली एकमात्र वर्षा चैनल पर अवैध कब्जों ने जल आवक को पूरी तरह रोक दिया है, जिससे वर्षों से यह जलस्रोत सूखा पड़ा है। ग्रामीणों ने कई बार राऊ तहसील कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। लेकिन, तहसील कार्यालय में इन शिकायतों को दबा दिया गया।

आरोप है कि भू-माफियाओं से मिलीभगत कर शिकायत करने वालों को ही परेशान किया गया। ग्रामीणों के अनुसार, तालाब की चैनल पर अवैध निर्माण की लंबी सूची है, जिनमें अमन पांडे, राहुल सेन, ख्यालीराम सेन, बबलू सेन, दिनेश परमार, आनंद पाटीदार, फूलसिंह पहलवान और अन्य कई नाम शामिल हैं।

WhatsApp Image 2025 07 03 at 13.10.33

तालाब की पाल भी अतिक्रमण की चपेट में है, जिससे इसकी जलधारण क्षमता लगभग खत्म हो चुकी। ग्रामीणों का कहना है कि पर्याप्त वर्षा के बावजूद तालाब में पानी नहीं पहुंचता। ऐसा तब हो रहा है जब सीमांकन हो चुका है, लेकिन वर्षा जल लाने वाली चेंनल पर तीन मंजिला मकान बना दिए गए हैं। इन कब्जों की अनदेखी भी राजस्व विभाग ने राजनीतिक दबाव में की है। पूर्व सरपंचों पर आरोप हैं कि उन्होंने अवैध रूप तालाब के साथ ही चैनल पर भी अवैध पट्टे जारी कर दिए है।
ग्रामीणों की मांग है कि कलेक्टर आशीष सिंह स्वयं मौके का निरीक्षण करें और तालाब और चैनल पर हुए अतिक्रमण तत्काल हटवाए जाएं। साथ ही दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। तालाब का जीर्णोद्धार कर उसे पुनर्जीवित किया जाए। अतिक्रमण के चलते तालाब की चैनल पूरी तरह जाम हो गई।

रंगवासा तालाब की वर्षा जल आने वाली एकमात्र चैनल पर कई तीन मंजिला मकान बनाकर कब्जा किया गया है। राजनीतिक दबाव के चलते राजस्व अमले ने आंखें मूंद लीं। भूतपूर्व सरपंचों ने पैसे लेकर अवैध पट्टे दिए। यदि चैनल से अतिक्रमण हटे तो तालाब हर साल लबालब भरेगा। चैनल के पास ही लगी मुख्य सड़क तक अतिक्रमण कर लिया गया है। राजस्व विभाग के अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई कर चैनल को मुक्त कराएं जाना चाहिए।