EOW Action: 512 Cr के GST कर अपवंचन मामले में 2 आरोपी और गिरफ्तार, 150 से अधिक बैंक खातों की जांच जारी

एक आरोपी 7 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर, दूसरा न्यायिक अभिरक्षा में 

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EOW Action: 512 Cr के GST कर अपवंचन मामले में 2 आरोपी और गिरफ्तार, 150 से अधिक बैंक खातों की जांच जारी

 

भोपाल: EOW Action: मध्य प्रदेश के बहुचर्चित 512 Cr के GST कर अपवंचन मामले में 2 आरोपी और गिरफ्तार किए गए हैं। एक आरोपी 7 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर है जबकि दूसरा आरोपी न्यायालय आदेश से न्यायिक अभिरक्षा में है।

 

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) द्वारा पंजीबद्ध प्रकरण क्रमांक 102/25, दर्ज कर अपवंचन एवं संगठित वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में निरंतर की जा रही गहन जांच के दौरान दो महत्वपूर्ण सह-साजिशकर्ता शेख जफर एवं राजा शेख को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इस मामले में मुख्य आरोपी विनोद सहाय उर्फ एन.के. खरे को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

EOW की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह मामला विगत वर्षों में ₹512 करोड़ की फर्जी इनवॉइसिंग एवं ₹134 करोड़ के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के माध्यम से शासन को राजस्व हानि पहुँचाने से संबंधित है, जिसमें मुख्य आरोपी विनोद सहाय उर्फ एन.के. खरे पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।

शेख जफर की भूमिका एवं गिरफ्तारी

अनूपपुर निवासी शेख जफर ने विनोद सहाय के कहने पर अंबर कोल डिपो एवं अनम ट्रेडर्स नामक फर्जी फर्मों का निर्माण अपने नाम पर कराया। इन फर्मों का वास्तविक व्यवसायिक संचालन नहीं था, परंतु इनके माध्यम से मां रेवा ट्रेडर्स, नमामी ट्रेडर्स, अभिजीत ट्रेडर्स (विनोद सहाय की अन्य फर्जी फर्में) से लेनदेन दर्शाया गया।इन फर्जी फर्मों से बड़े थर्मल पावर प्लांट्स — जैसे MSP Power, B.S. Sanjhe Power, प्रकाश इंडस्ट्रीज, एवं अन्य — को बिना किसी कोयला आपूर्ति के कागजी इनवॉइस जनरेट कर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ दिलाया गया।

शेख जफर ने बिलासपुर के कई व्यक्तियों के साथ मिलकर कोल सप्लाई के फर्जी चालान, ट्रक नंबर, ई-वे बिल, वज़न पर्ची आदि तैयार कर करोड़ों की जीएसटी धोखाधड़ी को अंजाम दिया। उसे दिनांक 02-07-25 को बिलासपुर से विधिवत गिरफ्तार कर पूछताछ हेतु 7 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

राजा शेख की भूमिका एवं गिरफ्तारी

भोपाल निवासी राजा शेख, फर्म महक इंटरप्राइजेज़ का प्रोप्राइटर है। जांच में यह सामने आया कि उसने विनोद सहाय की फर्जी फर्मों — अभिजीत ट्रेडर्स, नमामी ट्रेडर्स, एवं अंकिता स्टील एंड कोल्स — से लगभग ₹6 करोड़ का फर्जी सीमेंट व्यापार दर्शाया।इन लेन-देन के आधार पर ₹1.20 करोड़ का फर्जी ITC क्लेम किया गया। तलाशी के दौरान आरोपी के पास से अन्य फर्मों की सील एवं अपराध से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। आरोपी लगातार सीमेंट व्यापारियों से संपर्क में रहकर फर्जी रिटर्न दाखिल करता रहा। उसे दिनांक 01.07.2025 को भोपाल से गिरफ्तार कर 02.07.2025 को न्यायालय द्वारा न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

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 *मामले में अब तक की कार्रवाई की स्थिति* 

मुख्य आरोपी विनोद सहाय सहित अब तक कुल 3 मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार।

14 फर्जी फर्मों की पहचान एवं उनके माध्यम से ₹512 करोड़ से अधिक की फर्जी इनवॉइसिंग प्रमाणित।

₹134 करोड़ से अधिक के फर्जी ITC के दस्तावेजी प्रमाण एकत्र।

150 से अधिक बैंक खातों की जांच जारी।

कई कंपनियों की सील, डिजिटल उपकरण, और फर्जी दस्तावेज बरामद।