EOW Trap: परिवहन विभाग का बाबू ₹20000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार, कार्यालय की अलमारी में मिले ₹100000 नगद भी बरामद

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EOW Trap: परिवहन विभाग का बाबू ₹20000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार, कार्यालय की अलमारी में मिले ₹100000 नगद भी बरामद

भोपाल: आर्थिक अपराध विंग (EOW) ने आज हरदा में परिवहन विभाग के एक बाबू को ₹20000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इसी बाबू के कार्यालय अलमारी से ₹100000 नगद भी बरामद किए गए। EOW भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल के प्रतिष्ठित बस परिवहन व्यवसाई सुरेंद्र तनवानी ने EOW में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई कि उनके 15 साल पुराने वाहन बस का पंजीकरण रद्द करने के बदले बाबू उनसे ₹50000 की रिश्वत मांग रहा है।

दरअसल किसी भी बस का 15 वर्षों का जीवनकाल समाप्त होने के बाद एवं जिसकी पंजीकरण रद्द करने की नियमानुसार फीस जमा की की जा चुकी हो, उसका पंजीकरण स्वत रद्द हो जाना चाहिए था लेकिन लिपिक ने इस कार्य को जानबूझकर लंबित रखते हुए रिश्वत की मांग की। पंजीकरण रद्द न होने की स्थिति में बस का कमर्शियल वाहन में पंजीकरण होने के कारण बस मालिक को प्रति सीट ₹200 टैक्स जमा करने की जिम्मेदारी बरकरार रहती है। जब तनवी ने रिश्वत देने से इनकार किया तो सिंह ने उन्हें धमकी दी कि यदि वे रिश्वत नहीं देंगे तो उन्हें हर माह 6600 रुपए का टैक्स भरना पड़ेगा। यह धमकी शुद्ध रूप से आर्थिक रूप से बोझ डालने की दृष्टि से दी गई थी।

शिकायत प्राप्त होते ही EOW की टीम ने तत्परता से कार्रवाई की और गुप्त सत्यापन की प्रक्रिया अपनाने के बाद जब यह पुष्टि हो गई कि आवेदक सही है तो एक विशेष दस्ता गठित कर सुनियोजित तरीके से जाल फैलाया गया और आज लिपिक सिंह को ₹20000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। तलाशी के दौरान सिंह की अलमारी से ₹100000 की नगदी राशि भी बरामद की गई है, जिसके बारे में अलग से पूछताछ की जा रही है। लिपिक सिंह के खिलाफ EOW ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और विस्तृत जांच की जा रही है।