Expensive to build house : घर बनाना महंगा, मटेरियल की कीमत में 40% बढ़ोतरी

जिला पंजीयक कार्यालय में अब तक करीब 1200 करोड़ की संपत्ति का पंजीयन

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Indore : घर बनाना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। बिल्डिंग मटेरियल की कीमतों में अचानक उछाल (Sudden jump in the prices of building materials) आ गया। भाव में 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। बालू रेत और ईंट के दाम तो मात्र 15 दिन में दो बार बढ़ गए। कोरोना कमजोर पड़ने के बाद निर्माण कार्यों को गति (Construction works speed up after Corona weakens) मिलने लगी है। लगातार सम्पति की खरीदी बिक्री भी खूब हो रही है।

मटेरियल की कीमत में अधिकता होने के बाद भी निर्माण कार्य द्रुत गति से चल रहे हैं। जिला पंजीयक कार्यालय में जुलाई माह से अब तक करीब 1200 करोड़ की संपत्ति का पंजीयन (Registration of property worth about 1200 crores so far) जो अब तक का रिकॉर्ड है। जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 की समाप्ति में डेढ़ माह का समय शेष है। ऐसे में अनुमान है कि यह आंकड़ा 1350 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। महिलाओं को 2 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी में छूट मिलने से भी आंकड़ा यहां तक पहुंचा है।

ये हैं आजकल के भाव
ईंट 7500 से 8000 रुपए प्रति हजार कारखाने से ही है। स्टेनलेस स्टील 50 रुपए किलो से अब 65 रुपए हो गया। बालू रेत 45 हज़ार से अब 65 हजार रुपए प्रति ट्रक हो गई। गिट्टी 550 रुपए क्यूबिक मीटर से 800 रुपए क्यूबिक मीटर पहुंच गई। सीमेंट की बोरी 260 रुपए से बढ़कर 410 रुपए बोरी (कंपनी के मान से दाम में कम-ज्यादा) हो गई। जबकि, वेट्रीफाइड टाइल्स भी 32 रुपए स्क्वेयर फीट से अब 43 रुपए में आने लगी। लोहा भी 800 रुपए क्विंटल से बढ़कर अब 1050 रुपए (कंपनी अनुसार दाम) हो गया।

निर्माण लागत में बढ़ोतरी
बिल्डर्स के मुताबिक, मटेरियल के दाम बढ़ने से मध्यमवर्गीय के लिए आशियाना बनाना काफी मुश्किल (It is very difficult for the middle class to make a house) हो गया है। मटेरियल के साथ निर्माण लागत में भी 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है। यानि, अब ठेकेदार 700 रुपए स्क्वेयर फीट के बजाए 800 से 850 रुपए के मान से लागत वसूलने लगे हैं।