Eye Donation : उषा देवी कर गई 2 लोगों के जीवन में उजियारा!
Ratlam : शहर के ख्यातनाम प्रोफेसर स्वर्गीय बीएल बोथरा की धर्मपत्नी विचक्षण विद्यापीठ सचिव हेमंत एवं योगेंद्र की माताजी 92 वर्षीय श्रीमती उषा देवी बोथरा 5 जनवरी शुक्रवार को निधन हो गया।
जिनकी अंतिम यात्रा प्रोफेसर बोथरा के गोपाल गोशाला स्थित निज निवास से सुबह 11 निकलकर शहर के त्रिवेणी स्थित मुक्तिधाम पंहुची, जहां पर उनका दाह संस्कार संपन्न हुआ, उनके पुत्र हेमंत ने मुखाग्नि दी।
त्रिवेणी मुक्तिधाम पर शोकसभा का आयोजन हुआ, जिसमें अनेक संस्थाओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी, इसी क्रम में पूर्व विधायक पारस सकलेचा, जैन श्वेतांबर खरतरगच्छ के अशोक चोपड़ा, विचक्षण विद्यापीठ के रविंद्र मालू, सीए एसोसिएशन एवं रतलाम एजुकेशन सोसायटी लॉ कॉलेज के केदार अग्रवाल, मालवा श्रीसंघ की और से राजेंद्र कोठारी, जैन युवा संघ से प्रबल चौरड़िया, मध्य प्रदेश विद्युत मंडल की और से केके. दुबे, विचक्षण विद्यापीठ से प्राचार्य एसएल गौड़, जैन सोशल ग्रुप एवं रोटरी क्लब रतलाम की और से विनोद मेहता, गोपाल गौशाला से चंदन पिरोदिया आदि ने श्रद्धांजलि दी।
उल्लेखनीय हैं की श्रीमती उषा देवी शहर के प्रसिद्ध स्वर्गीय प्रोफेसर बीएल बोथरा की धर्मपत्नी थी। वह अपने पीछे भरा-पुरा परिवार छोड़ गई, जिनके 2 बेटे और 3 पुत्रियां हैं।
मृत्यु उपरांत उषा देवी का नेत्रदान समाजसेवी सुभाष जैन की प्रेरणा से बड़नगर से रतलाम आए डॉक्टर जीएल ददरवाल ने कॉर्निया लिया।
संदर्भ में नेतरम संस्था के हेमंत मूणत, नवीन मेहता, ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि इन आंखों से 2 लोगों की जिंदगी में उजियारा होगा।