Fake Journalist : देवेंद्र मराठा 6 महीने के लिए रासुका में निरुद्ध,
कलेक्टर का अधिकारियों को निर्देश, फ़र्ज़ी पत्रकारों से दूरी बनाएं
Indore : फर्ज़ी पत्रकारों के बारे में ज़िला प्रशासन और इंदौर प्रेस क्लब के पदाधिकारियों के बीच एक राय बनी है। इंदौर में जिला और पुलिस प्रशासन ने पत्रकारिता की आड़ में ब्लैक मेलिंग का गौरखधंधा चलाने वाले गिरोह पर प्रहार करना शुरू कर दिया।
कलेक्टर मनीष सिंह ने जबरिया वसूली की कई शिकायतों पर पकड़े गए, फर्ज़ी पत्रकार देवेंद्र मराठा के ख़िलाफ़ कड़ा एक्शन लेते हुए उसे रासुका के तहत 6 महीने के लिए निरुद्ध कर दिया।
देवेंद्र मराठा को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 3 की उपधारा 2 के तहत तथा गृह विभाग के आदेश (17/09/2021) के तहत तथा ज़िला दंडाधिकारी को प्रदत्त शक्तियों के तहत 6 माह के लिए सेंट्रल जेल इंदौर में निरुद्ध करने के लिए आदेश आज जारी किए हैं।
ALso read:Rapist Absconding : MLA के फरार बेटे के भाई को थाने लाए
देवेंद्र पिता रमेशचन्द्र मराठा निवासी अयोध्या नगरी, नंदानगर को शिकायत के आधार पर लसूड़िया पुलिस ने गिरफ़्तार किया था। देवेंद्र मराठा के ख़िलाफ़ ढाबा, होटल, कालोनाइज़र, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और ज़िम संचालकों ने सांध्य दैनिक अख़बार में खबर छापने के नाम पर जबरिया वसूली की शिकायत दर्ज करवाई थी। देवेंद्र ने कई खबरों के आधार पर लोगों को ब्लैकमेल भी किया था।
कलेक्टर मनीष सिंह ने इस कार्यवाही के साथ पत्रकारिता की आड़ में पनप रहे संगठित अपराध पर नकेल कसने के भी ठोस संकेत दिए। कलेक्टर ने सभी शासकीय अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे फ़र्ज़ी पत्रकारों से दूरी बनाकर रखें। फर्ज़ी पत्रकारों को वित्त पोषित कर उनकी मदद करने वालों के ख़िलाफ़ भी शिकंजा कसा जाएगा।