Fake RTO & BJP President Controversy : शहडोल भाजपा अध्यक्ष को धमकाने वाला अवैध वसूली करने वाला गुंडा निकला!

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Fake RTO & BJP President Controversy : शहडोल भाजपा अध्यक्ष को धमकाने वाला अवैध वसूली करने वाला गुंडा निकला!

RTO लिखी गाड़ी में विभाग के गार्डों के साथ जबरिया वसूली करने वाले पर FIR दर्ज!

Shahdol : दो दिन पहले भाजपा के जिला अध्यक्ष को फोन पर धमकाने और गलत शब्दों का उपयोग करने वाला आरटीओ अफसर नहीं, बल्कि कोई अवैध वसूली करने वाला बदमाश निकला। वो अपनी गाड़ी पर RTO या उड़नदस्ता की प्लेट लगाकर वाहनों से वसूली करता है। उसका नाम संजय तोमर बताया गया और उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई। अवैध वसूली करने वाला यह संजय तोमर कभी अपना नाम रविंद्र, कभी कुछ और बताता है। बताया गया कि वो RTO लिखा वाहन लेकर सरे आम अवैध वसूली करता है। उसे विभाग का संरक्षण है इसलिए उस पर कोई कार्यवाही भी नहीं होती।

गुरुवार को सोहागपुर पुलिस ने उसकी चंगुल में आए वाहन चालक की शिकायत पर संजय तोमर के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज कर ली। पर, उसकी अवैध वसूली पर अंकुश नहीं लगा। बताया गया कि संजय तोमर अपने साथ 2-3 लोगों को लेकर वाहन चालकों से लूटपाट और अवैध वसूली करता है। इस व्यक्ति का खूंटा टोला, कबीर चबूतरा और समेत सभी आरटीओ चौकियों राज चलता है। इसके अलावा यहां लोकेंद्र और राजू राठौर नाम के बदमाश भी ऐसे वसूली के धंधों में लिप्त हैं।

इनके वाहनों पर उड़न दस्ता आरटीओ या आरटीओ लिखा रहता है। परिवहन विभाग के अधिकारियों की तरफ से अवैध वसूली के लिए इन गुंडों को खुला संरक्षण मिला है। उड़नदस्ता प्रभारी ने इस व्यक्ति की गैंग को वसूली का खुला ठेका दिया है। शहडोल, उमरिया, अनूपपुर सहित कई जिलों में ये घूम घूमकर वाहनों से अवैध वसूली करता रहता है। इसके साथ परिवहन विभाग के दो से तीन होमगार्ड भी रहते है जो वर्दी में रहते हैं। जवानों के साथ मिलकर ये गुंडे अधिकारी बनकर लूट कर रहे हैं। क्योंकि, पुलिस और परिवहन विभाग से इनकी सांठगांठ है।

यह मामला कैसे सामने आया

शहडोल जिले के भाजपा अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह और रविंद्र सिंह नाम के किसी अधिकारी से बातचीत का आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस ऑडियो में अधिकारी भाजपा जिला अध्यक्ष को कह रहा है कि तुम भाजपा जिला अध्यक्ष हो तो क्या राष्ट्रपति हो। भाजपा जिला अध्यक्ष अधिकारी से पूछ रहे हैं क्या भूसा की गाड़ी पकड़ी जाती है। तब अधिकारी बोलता है कि हां पकड़ी जाती है और कलेक्टर के निर्देश हैं, हम उन्हीं के निर्देश पर कार्रवाही कर रहे हैं। आप कलेक्टर से बात कर लो कलेक्टर हमें खुद फोन करेंगे। तब जिला अध्यक्ष कहते हैं तुम्हें पता नहीं है किससे बात कर रहे हो।

इसके साथ ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो जाता है। इस मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह का कहना है कि वह किसानों के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। कोई आरटीओ का उड़न दस्ता वाला अधिकारी था जिसे मैंने फोन किया है। जिस किसान की गाड़ी पकड़ी गई थी उसी के मोबाइल से बातचीत हुई। मैं नहीं जानता कि अधिकारी कौन है, बस फोन पर बातचीत हुई है। इस मामले में परिवहन अधिकारी आशुतोष भदौरिया का कहना था कि मैं जिला अध्यक्ष को पहचानता हूं। मैं उनसे इस तरह की बातचीत कर ही नहीं सकता। वो हमारे विभाग का कोई कर्मचारी नहीं हो सकता।