Fake Teacher Punished : फर्जी दस्तावेजों से शिक्षिका बनी महिला को सजा, पति भी आरोपी

असली अंजू बाला की मार्कशीट और फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी मिली! 

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Fake Teacher Punished : फर्जी दस्तावेजों से शिक्षिका बनी महिला को सजा, पति भी आरोपी

Badwah :शिक्षा विभाग में नौकरी के लिए फर्जीवाड़ा करने वाली महिला शिक्षिका को अदालत ने कड़ी सजा सुनाई है। रुक्मणी उर्फ बेबी पति विक्रम सिंह चौहान निवासी बड़वाह को प्रथम अपर सत्र न्यायालय बड़वाह ने 7-7 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। आरोपी महिला ने असली अंजू बाला पिता मन्नालाल राठौर की 10वीं-12वीं की अंकसूचियां और स्वयं का फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्रमांक 6 बड़वाह में नौकरी हासिल की थी।

इस फर्जीवाड़े का खुलासा वर्ष 2017 में आरटीआई कार्यकर्ता प्रेमलाल गुर्जर ने किया। उन्होंने शिक्षा विभाग से प्राप्त दस्तावेजों को असली अंजू बाला से मिलवाया, तो पता चला कि उसकी ही मार्कशीट की छाया प्रति उपयोग की गई थी। इसके बाद अंजू बाला ने शिक्षा विभाग और बड़वाह थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस जांच में रुक्मणी उर्फ बेबी और उसके पति विक्रम सिंह पर मामला पुख्ता पाया गया।

प्रकरण में थाना बड़वाह द्वारा अपराध पंजीबद्ध कर न्यायालय में चालान पेश किया गया। 26 जून 2025 को न्यायालय ने रुक्मणी को धारा 420, 468 में 7-7 साल, धारा 419 में 3 साल व धारा 471 में 2 साल सश्रम कारावास तथा ₹8000 के जुर्माने की सजा सुनाई। इस मामले की पैरवी विशेष लोक अभियोजक चंपालाल मुजाल्दे ने की।