Indore : उज्जैन की एक महिला ने अपने प्रेमी के पिता और दो अन्य लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। इस पर आरोपी पक्ष ने पीड़िता के खिलाफ पुलिस अधिकारियों को सबूत दिए। जिसके चलते पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। दरअसल, महिला ने 66 साल के बुजुर्ग पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। जबकि, वे बीमार रहते हैं, उनके इलाज के दस्तावेज भी पुलिस को सौंपे गए।
66 वर्षीय नंदकिशोर बैरागी और उनके परिवार ने कलेक्टर मनीष सिंह और डीसीपी राजेश सिंह से मिलकर दुष्कर्म का केस दर्ज कराने वाली 33 साल की महिला की असलियत बताई। नंदकिशोर ने पुलिस से कहा जो महिला खुद को पीड़िता बता रही है, जबकि वह पहले से शादीशुदा है। पूर्व के एक प्रकरण को लेकर वह लगातार बेटे योगेश पर शादी का दबाव बना रही थी। कोर्ट में समझौता होने के बाद भी वह बेटे योगेश से शादी के लिए लगातार दबाव बना रही थी।
नंदकिशोर ने कहा पीड़िता ने 26 जुलाई को इंदौर के भंवरकुआं थाने में झूठी घटना के आधार पर केस दर्ज कराया है। नंदकिशोर ने कलेक्टर व डीसीपी को महिला की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सौंपी। इसमें महिला उनके रिश्तेदार संजय पर बात करके रुपए मांगने के लिए दबाव बना रही है। इस मामले में अधिकारियों ने पूरे मामले की सही जांच होने के बाद ही गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं।
टिफिन लेने के दौरान संपर्क
नंदकिशोर बैरागी ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि बेटा योगेश 2018 में उज्जैन पढ़ाई करने उज्जैन गया था। यहां पीड़िता उसे टिफिन देती थी। जिसके बाद दोनों में पहचान हो गई थी। इसके बाद बेटे पर उसने दो साल बाद रेप का आरोप लगा दिया था। जिसमें उज्जैन के नीलगंगा थाने में केस दर्ज हुआ था।
झूठी एफआईआर कराई
नंद किशोर ने बताया कि महिला ने उनके और बेटे के खिलाफ दो सप्ताह पहले 26 जुलाई की घटना का जिक्र करते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता ने एफआईआर में बताया था कि 26 जुलाई की रात 12 बजे वह तेजाजी नगर से सरवटे बस स्टेंड पैदल जा रही थी। रास्ते में योगेश के पिता नंदकिशोर बैरागी और कौशल मिले। उन्होंने कहा कि वे बेटे योगेश को समझाइश देने के बहाने मुझे बाइक पर बैठाकर सुनसान इलाके में ले गए और एक अन्य युवक मनीष को बुलाकर।
कौशल और मनीष ने मेरे साथ दुष्कर्म किया। नंदकिशोर ने आकर हाथ पकड़कर जबदस्ती करने की कोशिश की। पीड़िता ने बताया कि सुबह साढ़े पांच बजे वह जैसे-तैसे बस स्टैंड पहुंची और बस में बैठकर उज्जैन गई।