खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
कर्ज और फसल खराब होने से परेशान किसान ने खेत में पेड़ पर लटक कर लगाई फांसी, करीब 10 लाख का था कर्ज, पंधानिया निवासी 37 वर्षीय किसान जितेंद्र पिता जगदीश पाटीदार ने लगाई फांसी
खरगोन: खरगोन जिले के पंधानिया गांव में एक किसान ने करीब 10 लाख के कर्ज और सूखे के चलते फसल खराब हो जाने से खेत में पेड़ पर लटक कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
बताया गया है कि 37 वर्षीय किसान जितेंद्र पिता जगदीश पाटीदार कर्ज से काफी परेशान था। मृतक किसान जितेन्द्र खूद की करीब आठ एकड़ जमीन सहित परिवार के 18 एकड खेती करता था। पूरे परिवार की फसल बारिश नही होने से खराब हो जाने से परेशान था।
मृतक ने काका को बताया था कर्ज के कारण कर रहा हूं आत्महत्या
मृतक किसान के काका भगवान पाटीदार ने मीडिया को बताया की फांसी लगाने के पहले खेत से ही जितेन्द्र ने मोबाइल पर बताया की कर्ज के कारण मैं आत्महत्या कर रहा हूं। बहुत समझाया लेकिन उसने फांसी लगा ली।
मृतक किसान के शव को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर परिजनो को सौप दिया है। बताया जा रहा है की किसान पर गोपालपुरा सहकारी सोसाइटी का करीब 6 लाख और निमाड क्षेत्रिय बैक में 2 लाख का का कर्ज था। मृतक पत्नि सहित दो बच्चो को छोड के चला गया है।
प्रशासन करेगा आत्महत्या के कारणों की जांच
इधर एसडीएम सत्येन्द्र सिह ने मीडिया को बताया की शुक्रवार रात को पुलिस से सूचना मिली की किसान ने आत्महत्या की है। तहसीलदार सहित कृषि विभाग की पूरी टीम को मौके पर भेजा है। जाॅच के बाद ही स्पष्ट होगा। पुलिस और प्रशासन की जाॅच के बाद स्पष्ट होगा की किसान ने क्यो आत्महत्या की।
सियासत हुई तेज़
इधर किसान के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस विधायक रवि जोशी ने आरोप लगाया की किसानो को सहकारी समिति और बैक कर्ज वसूली के लिये परेशान कर रहे है। खरगोन जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग के साथ कर्ज और फसल खराब होने से मृतक किसान के परिजनो सहित जिन किसानों की फसल खराब हो गई है सब को राहत राशि देने की मांग की है।