Indore : लसूड़िया इलाके में अकेले रहने वाले बुजुर्ग की उसके नशेड़ी बेटे ने ही गला घोटकर हत्या कर दी। बेटे ने पिता से घर किराए के 20 हजार मांगे थे, पिता ने नहीं दिए तो बेटे ने हत्या कर दी। पुलिस ने मामले में मर्ग जांच के बाद बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर हिरासत में ले लिया है।
बेटे ने पिता की हालत खराब होने के कारण उन्हें ये कहते हुए अस्पताल में भर्ती करवाया था कि वे गिरकर घायल हो गए हैं। पुलिस ने जांच की तो सच्चाई सामने आ गई। मृतक का नाम कन्हैयालाल पिता मदनलाल गुप्ता है और उनके आरोपी बेटे का नाम आशीष गुप्ता है। कन्हैयालाल गुप्ता अपने पैतृक मकान में अकेले रहते थे। मकान के आधे हिस्से को किराए से देकर पुरानी गैस टंकी व पुराने गैस चूल्हे खरीदी बिक्री कर अपना खर्च चलाते थे।
गुप्ता का बड़ा लड़का हरिओम स्कीम नंबर 78 में तथा छोटा लड़का आशीष टाउनशिप में किराये के मकान में रहता है। हरिओम व आशीष की मां अलग-अलग है। गुप्ता की दो पत्नियां थी। आशीष गुप्ता कोई काम धंधा नहीं करता है तथा नशे का आदी है। वह नशेड़ी अक्सर अपने पिता से रुपये लेने की बात को लेकर लडाई-झगडा व विवाद करता रहता था।
7 जुलाई को दिन में आशीष गुप्ता ने पिता से 20 हजार रुपये यह कहते हुए मांगे थे कि मुझे तीन माह का मकान का किराया देना है मकान मालिक खाली करवा रहा है। पिता ने पैसा देने से इनकार करते हुए कहा था कि यदि तेरा बड़ा भाई हरिओम बोलेगा तो पैसे दे दूंगा।
आशीष गुप्ता झगड़ा करके वहां से निकल गया तथा 7 जुलाई की रात शराब दुकान के पीछे अपने दोस्त राहुल, गोविन्द के साथ शराब पीते समय बोला कि मेरे बाप से मैं काफी परेशान हूं। पूरे घर पर कब्जा करके बैठा है और में किराये के मकान में रह रहा हूं। यदि कोई 500 रुपए में मेरे बाप को खरीदता है तो मैं बेचने को तैयार हूं।
कुछ देर बाद शराब पीते हुए अकेला ही वहां से उठकर चला गया था जो करीब एक घंटे बाद वापस आया तथा दोनो दोस्तों राहुल व गोविन्द के पूछने पर बताया कि बाप को बेचने गया था और हंसने लगा। काफी ज्यादा नशे की हालत में होने से साक्षी गोविन्द व राहुल ने आरोपी आशीष गुप्ता को उसके घर रात करीब 11.30 छोड दिया था।
दूसरे दिन सुबह आशीष गुप्ता ने अपने दोस्त राहुल सिसोदिया को फोन किया कि पिताजी की गैस की टंकी खत्म हो गई है। रविदास नगर टंकी देने चलना है। करीब 9 बजे राहुल तथा गोविन्द मोटर सायकिल से आशीष को उसके घर से लेकर रविदास नगर के लिए निकले। रास्ते में रुककर आशीष ने करीब 11 बजे तक दोनो दोस्तों के साथ शराब पी तथा दोस्तों को लेकर पिता के घर पहुंचा।
आवाज देने पर कोई आवाज नहीं आया तो आशीष गुप्ता दोस्तों से बोला ‘पिताजी बोल नहीं रहे कहीं मर तो नहीं गए।’ उन्होंने जाकर देखा तो बेहोशी की हालत में बिस्तर पर पडे थे तब आशीष गुप्ता ने अपने दोनों दोस्तों से कहा कि पिताजी गिर गए होंगे, जिससे बेहोश हो गए। आटो रिक्शा लेकर आओ, जल्दी से हॉस्पिटल ले जाना है। मेडी प्लस अस्पताल ले जाकर गिरने से चोट आना बताकर उपचार के लिए भर्ती करवाया। इलाज के दौरान 11 जुलाई को कन्हैयालाल गुप्ता की मौत हो गई। पीएम रिपोर्ट में पता चला कि उनकी मौत गला घोटने से हुई थी। उसके बाद आशीष गुप्ता से पूछताछ की तो उसने पिता की हत्या की बात कबूली। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।