छात्रा के हुनर में बाधा बनी आर्थिक तंगी
राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: छतरपुर जिले के चंद्रनगर में चित्रकला की शौकीन एक ग्रामीण छात्रा तंगहाली के कारण दुनिया को अपना हुनर नहीं दिखा पा रही है। विद्या ने दीवारों और उत्तर पुस्तिकाओं में कई सुंदर चित्र बनाए हैं लेकिन उसके पास इनका कोई संग्रह नहीं है।
जिले के चंद्रनगर के नजदीक ग्राम राजगढ़ के परमलाल कुशवाहा की बेटी विद्या कुशवाहा द्वारा बनाए गए सुंदर चित्र उसके घर और पड़ोस की दीवारों पर मिल जाएंगे लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उसे अपना हुनर दिखाने के लिए सही मंच नहीं मिल पा रहा है।
विद्या ने बताया है कि उसे जंगली जानवरों, भगवान राधा-कृष्ण, मां दुर्गा आदि के चित्र बनाने का बहुत शौक है। फिलहाल चित्रकारी के संसाधनों के अभाव में विद्या दातुन का ब्रश बनाकर चित्रकारी करती है। उसके पिता मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, जिस कारण से विद्या को अपनी कला निखारने के लिए साधन नहीं मिल पा रहे है।
गत वर्ष विद्या कक्षा 12वीं की पढ़ाई पूरी कर चुकी है और अब माँ के साथ घर के काम में हाथ बंटाती है। विद्या ने बताया कि उसने अपनी उत्तर पुस्तिकाओं और घर की दीवारों पर कई उसने चित्र बनाए हैं लेकिन अपने चित्रों का उसके पास कोई संग्रह नहीं है।