Fine on IAS Institute : 3 नामी IAS कोचिंग संस्थानों पर 15 लाख का जुर्माना, झूठे विज्ञापन से भरमाया!
New Delhi : तीन आईएएस कोचिंग संस्थानों पर मिसलीडिंग एड के जरिए छात्रों को एडमिशन के लिए लुभाने की कोशिश करने पर जुर्माना लगाया गया। सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (सीसीपीए) ने इन तीनों पर 15 लाख रुपए का जुर्माना ठोंका। सीसीपीए ने देश के तीन जानें-माने संस्थानों के खिलाफ ये एक्शन लिया है। इसलिए तीनों आईएएस कोचिंग संस्थानों पर जुर्माना लगाया गया। साथ ही भविष्य में गुमराह न करने को भी कहा।
सीसीपीए ने पाया कि कुछ कोचिंग संस्थान यूपीएससी की 2022 और 2023 की सिविल सेवा परीक्षाओं के रिजल्ट के संबंध में अपनी सफलता दर के बारे में भ्रामक विज्ञापन (मिसलीडिंग एडवरटाइजमेंट) दे रहे हैं। इसके बाद सीसीपीए ने जांच की तो पाया कि तीन कोचिंग संस्थानों ऐसा कर रहे हैं, इसके बाद इन पर कुल 15 लाख का जुर्माना लगाया।
इन संस्थानों पर लगा जुर्माना
यूपीएससी की 2022 और 2023 की सिविल सेवा परीक्षाओं के रिजल्ट्स के संबंध में मिसलिडिंग एड करने के लिए वाजीराव एंड रेड्डी इंस्टीट्यूट और स्टडीआईक्यू आईएएस पर 7-7 लाख का जुर्माना लगाया गया। जबकि, ए-आईएएस पर 1 लाख का जुर्माना लगाया।
इंस्टिट्यूट ने जानबूझकर बातें छिपाई
जांच की अगुवाई कर रही मुख्य आयुक्त निधि खरे के नेतृत्व में सीसीपीए ने पाया कि संस्थानों ने जानबूझकर यह बात छिपाई कि उनके अधिकांश सफल उम्मीदवारों ने केवल इंटरव्यू मार्गदर्शन कार्यक्रमों में ही अपना नामांकन कराया था, जिससे उनके अन्य सिलेबस के प्रभाव के बारे में मिसलिडिंग इंप्रेशन बना। कहा गया कि वाजीराव एंड रेड्डी इंस्टीट्यूट ने साल 2022 की परीक्षा में 933 में से 617 चयन का दावा किया। जबकि, स्टडीआईक्यू आईएएस ने 2023 में 120+ चयन का एड निकाला। जांच से पता चला कि दोनों संस्थानों में सफल उम्मीदवारों में से अधिकांश ने केवल इंटरव्यू की तैयारी के कोर्स लिए थे।
संस्थान फीस रसीद तक नही दे सका
जांच में स्टडीआईक्यू आईएएस अपने ‘सफलता पक्का ऑफर’ और चयन पक्का ऑफर प्रचार को सही साबित करने में भी असमर्थ रहा। साथ ही अपने कथित सफल उम्मीदवारों के लिए नामांकन फॉर्म और फीस रसीदें भी नहीं दी। संस्थान ने 60 से अधिक कोर्सों का एड दिया। लेकिन, यह खुलासा नहीं किया कि उसका इंटरव्यू मार्गदर्शन कार्यक्रम जिसे अधिकांश सफल उम्मीदवारों ने लिया, एड में शामिल नहीं था। उपभोक्ता संरक्षण निकाय ने मिसलिडिंग एड के लिए विभिन्न कोचिंग संस्थानों को 45 नोटिस जारी किए हैं और अब तक 22 संस्थानों से कुल 71.6 लाख रुपये का जुर्माना वसूला है।