Fire in Sanctum Sanctorum of Mahakal : महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग से पुजारी सहित 13 झुलसे
जानिए, कैसे हुई ये घटना! महाकालेश्वर मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है!
Ujjain : महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती के दौरान आग लगने से 13 लोग घायल हो गए। आग को बुझा लिया गया। इस हादसे में पुजारी समेत 13 लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि आरती के दौरान गुलाल डालने से आग पकड़ी। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि घटना के दौरान अफरातफरी का माहौल हो गया था।
देखिये वीडियो: क्या कह रहे हैं, कलेक्टर नीरज सिंह-
घटना की जानकारी देते हुए उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया। घटना में लोग मामूली रूप से झुलसे हैं। कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हैं।
ऐसे हुआ ये हादसा
गर्भगृह की दीवार और छत पर चांदी की परत चढ़ी हुई है। होली पर बाबा महाकाल गुलाल चढ़ाया जाता है। वही पुजारी भी एक-दूसरे पर रंग डालते हैं। इन रंगों से गर्भगृह की दीवार खराब न हो इसलिए शिवलिंग के ऊपर इस वर्ष प्लास्टिक का फ्लेक्स लगाया गया था। गर्भगृह में एक-दूसरे पर रंग डालने के दौरान गुलाल आरती की थाल में जल रहे कपूर पर गिर गया जिससे कपूर भभका और फ्लैक्स ने आग पकड़ ली। हालांकि आग पर कुछ ही देर में काबू पा लिया गया।
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर के आंगन में रविवार शाम को ही होली पर्व की शुरुआत हो गई थी। संध्या आरती में हजारों भक्तों ने बाबा महाकाल के साथ गुलाल से होली खेली। इसके बाद महाकाल प्रांगण में होलिका दहन किया गया। रविवार को भस्म आरती में भक्तों ने 51 क्विंटल फूलों के साथ होली खेलकर पर्व की शुरुआत की। दोपहर में महाकाल मंडप में बाबा महाकाल ने माता पार्वती के साथ अपनी भूत प्रेत की सेना के साथ नाचते-गाते जमकर होली खेली।
महाकालेश्वर मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। पुराणों, महाभारत और कालिदास की रचनाओं में भी इस मंदिर का मनोहर वर्णन मिलता है। महाकाल मंदिर में ड्रेस कोड लागू है। पुरुष धोती और महिलाएं साड़ी पहनकर दर्शन करती हैं। महाकाल को लेकर एक मान्यता भी है। बाबा महाकाल को उज्जैन का राजा धिराज माना जाता है। बाबा महाकाल के नगर में कोई भी दो राजा राज में नहीं रह सकते। अगर ऐसा हुआ तो यहां रात ठहरने वाले के हाथ से सत्ता चली जाएगी ऐसा कहा जाता है।