भगवान श्रीगणेश का अनुसरण करें,तो संस्था, परिवार,और समाज कभी नही बिखरेगा-आंजने
Ratlam। जीतो के रतलाम चेप्टर ने नेतृत्व क्षमता एवं जीवन दर्शन पर शंखनाद लीडरशिप लर्निंग प्रोग्राम का आयोजन किया। इसमें भारत के जानेमाने मोटिवेशनल स्पीकर डीपी आंजने मुख्य वक्ता रहें।उन्होंने भागवत गीता,महाभारत, रामायण,गणेश,और पंचामृत के माध्यम से आध्यत्म और विज्ञान का समावेश कर नेतृत्व क्षमता और लीडरशिप कैसे की जाती हैं विषय को बहुत ही सरलीकरण रूप में समझाया।इससे लोगों के जीवन जीने का नजरिया बदलने में मदद मिलेगी।
आंजने ने कहा कि भगवान श्रीगणेश से अच्छा इस जगत में किसी का नेतृव नही है,अगर हम उनका अनुसरण करें तो संस्था, परिवार और समाज कभी भी नही बिखरेगा।पंचामृत के रूप में जैसे उसके पांच तत्व दही,शहद, शक्कर,दूध,घी धुलकर अपना अस्तित्व खोकर साथ चलते हैं,उसी प्रकार संस्था प्रमुख को भी अपना अस्तित्व भूलकर निस्वार्थ भाव से काम करना चाहिए।इससे सबकी प्रगति निश्चित है।उन्होंने कहा कि रामायण त्याग,समर्पण और विनय नम्रता सिखाती है वैसे ही भगवद्गीता समाज में कैसे रहना,जीवन कैसे जीना और सबके साथ कैसा व्यवहार करना,व्यवसाय करना आदि सिखाती हैं।फाउंडेशन डे के कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम जीवनपथ प्रदर्शक श्रीकृष्ण के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम संयोजक मुकेश जैन ने कहा कि सही मार्गदर्शक मिल जाए तो जीने के तरीके और सोचने का नजरिया बदल जाता है।इस अवसर पर फाउंडर प्रेसीडेंट आई.एम.जैन,जीतो रतलाम चेप्टर अध्यक्ष जयंत जैन,चीफ सेक्रेटरी राजकमल जैन,कोषाध्यक्ष मेघ कुमार लूनिया,निर्मल लूनिया,अभय जैन,कांतिलाल छाजेड़,महेंद्र चोपड़ा,अनोखीलाल कटारिया, चंद्रप्रकाश भंडारी,आशीष चोपड़ा लेडीज विंग से रितिका संघवी,श्वेता पाटनी आदि सदस्यगण उपस्थित थे।संदर्भ में जानकारी राजकमल जैन ने दी।