Forget Parking in Nehru Park : नेहरू पार्क में टॉय ट्रेन चला दी, वाहन पार्किंग भूल गए!

नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी का एक और नया कारनामा!

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Forget Parking in Nehru Park : नेहरू पार्क में टॉय ट्रेन चला दी, वाहन पार्किंग भूल गए!

Indore : करीब 8 करोड़ के नेहरू पार्क डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के इंजीनियर वाहन पार्किंग ही नहीं बनाई है। वर्तमान में नेहरू पार्क में टॉय ट्रेन का संचालन शुरू किया है। इसका सफर करने वाले लोगों को अपने वाहन पार्क के बाहर बीएसएनएल के ऑफिस के सामने रोड पर पार्क करने पड़ रहे हैं।

ऐसे में न केवल ट्रैफिक को सुचारू चलने में परेशानियां हो रही हैं, बल्कि वाहनों के चोरी होने का भी खतरा बना रहता है। इससे नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी की एक और लापरवाही सामने आई है। जानकारी अनुसार 2017-18 में नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के इंजीनियरों ने नेहरू पार्क डेवलपमेंट प्रोजेक्ट शुरू किया।

बताया जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट करीब 8 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का है। करीब 5 साल में भी यह प्रोजेक्ट आज तक पूरा ही नहीं हो सका है।

इसकी सबसे बड़ी एक और खासियत यह है कि निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के इंजीनियरों ने इस प्रोजेक्ट में वाहन पार्किंग के लिए जगह ही नहीं छोड़ी। इससे न केवल वर्तमान में बल्कि भविष्य में भी यहां आने वाले लोगों को अपने टू-व्हीलर और फोर व्हीलर वाहन पार्क के बाहर बीएसएनएल के ऑफिस के सामने खड़े करने पड़ रहे हैं। वाहनों की कतारें लगने के कारण सड़क पर कई बार जाम की स्थिति भी बन रही है। कई बार तो वाहन चालकों में विवाद की भी स्थिति बन रही है।

हाल ही में स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा नेहरू पार्क में टॉय ट्रेन शुरू की गई है। रविवार को छुट्टी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग इसमें सफर का आनंद लेने पहुंचे। ऐसे में पार्क के गेट के बाहर मौजूद गार्डों ने उनसे वाहन बाहर ही खड़े करवा दिए।

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वाहन चोरी का भी भय

नेहरू पार्क के बाहर बीएसएनएल ऑफिस के सामने वाहन खड़े करने से न केवल ट्रैफिक जाम हो रहा है, बल्कि यहां वाहनों के चोरी होने का भी अंदेशा बना रहता है। यहां वाहनों की देखभाल और सुरक्षा का ख्याल रखने वाला कोई नहीं है। कई बार वाहन रोड पर खड़े करने को लेकर वाहन चालकों और सुरक्षा गार्डों में भी विवाद होता रहा।

क्यों नहीं बनाई पार्किंग

यह विचारणीय प्रश्न है कि जब करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट बनाया जा रहा था, तो क्या इंजीनियरों को इतना समझ नहीं आया कि पार्क में आने वाले लोग अपने वाहन कहां खड़े करेंगे। ये कैसे इंजीनियर हैं, जो लोगों की सुविधा को ही भूल गए।

टॉय ट्रेन चलाने में भी भारी कमियां

करीब 60 लाख रुपए का कॉन्ट्रैक्ट देकर नेहरू पार्क में शुरू की गई टॉय ट्रेन के संचालन में भी ढेरों कमियां सामने आ रही हैं। सबसे बड़ी कमी यह है कि टॉय ट्रेन और ट्रेन के प्लेटफॉर्म के बीच करीब 2 फीट से भी ज्यादा दूरी है, जिस कारण ट्रेन में चढ़ने और उतरने में बच्चों के गिरने का अंदेशा बना रहता है। ट्रेन के शुरू होने पर इस टॉय ट्रेन में इमरजेंसी ब्रेक नहीं होने का मुद्दा सामने आया था।