प्रदेश के चौदह फीसदी मतदाताओं ने वोटर आईडी को नहीं कराया आधार से लिंक

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प्रदेश के चौदह फीसदी मतदाताओं ने वोटर आईडी को नहीं कराया आधार से लिंक

भोपाल: मध्यप्रदेश में मतदाता सूची और वोटर आईडी को आधार से जोड़ने का अभियान चल रहा है लेकिन अभी तक केवल 85.99 फीसदी मतदाताओं ने ही अपने वोटर आईडी को आधार से लिंक कराया है। शेष चौदह फीसदी मतदाताओं ने अब तक अपने आधार से वोटर आईडी को जोड़ने के लिए कोई आवेदन नहीं किया है। चूंकि यह प्रक्रिया एच्छिक है इसलिए इसमें सभी मतदाताओं के नाम लिंक नहीं किए जा सके है।

बुरहानपुर आधार से वोटर आईडी को लिंक कराने में सबसे आगे है। यहां के शत प्रतिशत मतदाताओं के वोटर आईडी आधार से जोड़े जा चुके है।यहां के 5 लाख 53 हजार 151 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से जोड़ने की कार्यवाही की जा चुकी है। इसके अलावा दूसरे स्थान पर डिंडौरी जिला है यहां 98.83 प्रतिशत मतदाताओं के वोटर आईडी आधार से लिंक हो गए है। यहां 4 लाख 75 हजार 61 मतदाताओं के आधार वोटर आईडी से लिंक हो चुके है। तीसरे स्थान पर निवाड़ी जिला है यहां के 98.86 फीसदी मतदाताओं के आधार मतदाता सूची से जोड़ने की कार्यवाही हो चुकी है। यहां 3 लाख 84 हजार 230 में से 3 लाख 79 हजार 83 मतदाताओं के आधार को वोटर आईडी से लिंक किया जा चुका है।

झाबुआ में 98.61 फीसदी मतदाताओं के वोटर आईडी और आधार लिंक हो चुके है। यहां 8 लाख 4 हजार 678 में से 7 लाख 93 हजार 494 मतदाताओं के वोटर कार्ड आधार से लिंक हो गए है। नर्मदापुरम में 97.57 फीसदी मतदाताओं के वोटर आईडी और आधार को लिंक किया जा चुका है। मुरैना में 91.33 फीसदी, टीकमगढ़ में 91.50 फीसदी, दमोह में 95.95 फीसदी, सतना में 94.73 फीसदी , सिवनी में 97.49, रायसेन में 94.47, विदिशा में 91.86 फीसदी औश्र सीहोर में 95.53, राजगढ़ में 93.79 शाजापुर में 92.64 फीसदी मतदाताओं के आधार और वोटर आईडी लिंक हो चुके है। रीवा में 91.05 फीसदी , शहडोल में 91.85 फीसदी मतदाताओं के आधार और वोटर आईडी लिंक हो चुके है।

भोपाल में केवल 53 और ग्वालियर में 57 फीसदी ने दिखाई रुचि-
राजधानी भोपाल में सबसे कम मतदाताओं ने आधार से वोटर आईडी को लिंक कराया है। यहां केवल 53.92 प्रतिशत मतदाताओं ने ही आधार से वोटर आईडी को लिंक कराया है। इंदौर में 71 फीसदी,ग्वालियर मे 57 फीसदी मतदाताओं के वोटर आईडी आधार से लिंक किए गए है। इसके अलावा ऐसे कई जिले है जहां दस फीसदी से अधिक मतदाताओं के नाम वोटर आईडी से नहीं जुड़ पाए है। इन जिलों में श्योपुर, भिंड, दतिया, शिवुपीर, गुना, अशोकनगर, सागर, छतरपुर, पन्ना, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट,नरसिंहपुर, दिंदवाड़ा, बैतूल, देवास, खंडवा, बड़वानी, धार, उज्जैन, मंदसौर शामिल है।