Friend turned out to be murderer: मृतिका के पति का दोस्त निकला हत्यारोपी

आबरू छीनने में नाकाम रहे युवक ने की थी महिला की हत्या

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Friend turned out to be murderer: मृतिका के पति का दोस्त निकला हत्यारोपी

छतरपुर: छतरपुर जिले के गुलगंज थाना क्षेत्र के ग्राम रजपुरा में पिछले दिनों हुई महिला की हत्या के मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। शुरुआत में महिला के पति ने अपने ही परिवार के कुछ लोगों पर पुरानी रंजिश के चलते हत्या किए जाने का संदेह जाहिर किया था लेकिन जब पुलिस ने विवेचना की तो मामला कुछ और ही निकला।
शनिवार को पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि महिला की हत्या उसके पति के दोस्त द्वारा की गई थी जो रात के समय गंदी नियत से घर में घुसा था। जब महिला ने उसका विरोध किया तो आरोपी न सिर्फ महिला की हत्या कर दी बल्कि उसके दो मासूम बच्चों पर भी जानलेवा हमला कर दिया।
●यह है मामला..
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 6 और 7 फरवरी की दरम्यानी रात अज्ञात व्यक्ति द्वारा गुलगंज थाना क्षेत्र के ग्राम रजपुरा निवासी हरलाल यादव के घर में घुसकर उसकी पत्नी की हत्या कर दी गई थी तथा 4 वर्षीय पुत्र टिंकू यादव और 8 माह की पुत्री प्रिंसी यादव पर जानलेवा हमला किया गया था। गंभीर हालत में दोनों बच्चों को अस्पताल भेजा गया जहां सही समय पर उपचार मिलने के कारण उनकी जान बच गई। 7 फरवरी को मृतिका के पति हरलाल ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए अपने ही परिवार के कुछ लोगों पर पत्नी की हत्या तथा बच्चों पर जानलेवा हमले का संदेह जताया गया था लेकिन जब पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की बारीकी से विवेचना की तो मामला कुछ और ही निकला।
●पति को था परिवार के लोगों पर संदेह, हत्यारा निकला दोस्त..
शनिवार को जिला मुख्यालय पर पुलिस कॉन्फ्रेंस हॉल में हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि उक्त घटना की सूचना मिलने के बाद गुलगंज थाना पुलिस ने मृतिका के पति हरलाल यादव की रिपोर्ट पर धारा 302, 307 और 450 आईपीसी का प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए विवेचना शुरु की। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा और बड़ामलहरा एसडीओपी शशांक जैन ने स्वयं घटना स्थल पर पहुंचकर एफएसएल टीम, डॉग स्क्वॉड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की मदद से साक्ष्य एकत्रित कराए। घटना स्थल से मिले भौतिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने रजपुरा निवासी गौरीशंकर पुत्र हिसाबी राजपूत उम्र 30 वर्ष को हिरासत में लिया जो कि मृतिका के पति हरलाल का दोस्त है।
जब पुलिस ने गौरीशंकर से पूछताछ की तो उसने वारदात की पूरी कहानी बताकर महिला की हत्या करना तथा उसके बच्चों पर जानलेवा हमला करने की बात स्वीकार कर ली।
●पति और ससुर को शराब पिलाकर घर में घुसा था आरोपी..
आरोपी गौरीशंकर ने पुलिस को बताया कि घटना दिनांक को उसने नया ट्रैक्टर खरीदा था और इसी तारतम्य में उसने अपने घर पर दारू-मुर्गा की पार्टी रखी थी। इस पार्टी में गौरीशंकर ने हरलाल यादव और उसके पिता को आमंत्रित किया था। रात को पार्टी के बाद जब हरलाल और उसका पिता शराब के नशे में धुत्त हो गए तो गौरीशंकर अपने दोस्त हरलाल की पत्नी के साथ दुष्कर्म करने की नियत से छत के रास्ते से उसके घर में घुस गया। जब हरलाल की पत्नी ने उसका विरोध किया तो तैश में आकर गौरीशंकर ने उसका गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसी बीच हरलाल के दोनों बच्चे जाग गए थे इसलिए गौरीशंकर ने हंसिए (धारदार हथियार) से दोनों बच्चों के गले पर प्रहार कर दिया और इसके बाद वापिस अपने घर आकर पार्टी में शामिल हो गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी और मृतिका के बीच हुए संघर्ष के दौरान आरोपी के चेहरे पर नाखून से नोंचे जाने के निशान आ गए थे जो अभी भी आरोपी के चेहरे पर हैं। पुलिस ने घटना के समय आरोपी द्वारा पहने गये कपड़े और जूते भी जप्त किए गए हैं।
●हत्या की गुत्थी सुलझाने में इनकी रही सराहनीय भूमिका..
हत्या की गुत्थी सुलझाने वाली टीम में गुलगंज थाना प्रभारी आशुतोष श्रोत्रिय, ईशानगर थाना प्रभारी गुरूदत्त शेषा, बंधा चौकी प्रभारी आकांक्षा शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक दौलत सिंह, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक कैलाश राजपूत, मुकेश कुशवाहा, रूपेश खटीक, प्रवेश तिवारी, आरक्षक सतीश, कृष्णप्रताप सिंह, दानिश अली, सुरेश अहिरवार के अलावा साइबर सेल के प्रभारी उपनिरीक्षक सिद्धार्थ शर्मा, प्रधान आरक्षक किशोर रैकवार, आरक्षक धर्मराज पटेल और विजय सिंह शामिल रहे।