Ganesh Utsav : श्री गणेश मंडळ में युगल कलाकारों के नृत्य-ताल का ‘मिलाप’ होगा!

शर्वरी जमेनीस और तबला वादक निखिल फाटक की जुगलबंदी!

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Ganesh Utsav : श्री गणेश मंडळ में युगल कलाकारों के नृत्य-ताल का ‘मिलाप’ होगा!

Indore : संस्था श्री गणेश मंडल द्वारा मनाए जाने वाले गणेश उत्सव के अंर्तगत 7 सितम्बर, शनिवार को प्रसिद्ध कथक नृत्यागंना शर्वरी जमेनीस एवं विख्यात तबला वादक निखिल फाटक, पुणे ‘मिलाप’ कार्यक्रम प्रस्तुत करेगे। प्रस्तुति शाम 7 बजे से श्री गणेश मंडळ के माँ चंद्रवती सभागृह में होगी ।

संस्था के अध्यक्ष विनय पिंगले एवं सचिव किरण मांजरेकर ने बताया कि संस्था की 90 वर्षों पुरानी गणेश उत्सव मनाने की परंपरा शहर में विख्यात हैं।

संस्था के गणेशोत्सव में अब तक प्रमुखता से प्रभाकर कारेकर, सावनी शेंडे-साठ्ये, मंजूषा कुलकर्णी-पाटिल, पं भीमराव पांचाळे, संजीव अभ्यंकर, शौनक अभिषेकी, सुनील मुंगी, जयतीर्थ मेउंडी , पुष्कर लेले, रविन्द्र साठे, कृष्णेद्र वाडीकर सहित अनेक कलाकारों ने शिरकत की है। इसी श्रृंखला में इस साल 91वें गणेशोत्सव के अंर्तगत युगल कलाकारों के नृत्य-ताल का ‘मिलाप’ कार्यक्रम की प्रस्तुति होगी।

मिलाप कार्यक्रम में अव्यक्त काव्य का प्रवास, नृत्य की परिभाषा (ता थे तत बोल) तबले की परिभाषा (धा तिरकीट ताधा) ऐसे बोलो के माध्यम से रंगने वाला संवाद आगे पेशकार, थाट, आमद, परन, कायदा जैसे तांत्रिक भाग की संज्ञा समझाते हुए बंदिशों का काव्य प्रस्तुतिकरण होगा। कविराज भूषण रचित छत्रपति शिवाजी महाराज के काव्य का एक-एक छंद, अर्थ सहित समझाते हुए वाचिक अभिनय के माध्यम से साकार करते है। कार्यक्रम में गजल, लावणी, ठुमरी, होरी, कजरी ऐसे विविधतापूर्ण सांगीतिक प्रकार प्रस्तुत होंगे।

शर्वरी जमेनिस गुरू डॉ रोहिणी भाटे की शिष्या को ‘उस्ताद बिस्मिल्ला खान’ संगीत नाटक अकादमी का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। सिंगारमणि खिताब भी प्राप्त किया है। आस्ट्रेलिया के ऑपेरा हाउस में परफॉर्म करने वाली वे तीसरी भारतीय है। देश एवं विदेश के अनेक प्रतिष्ठित समारोह में शिरकत की, जिनमें प्रमुखता से कोणार्क फेस्टिवल, खजुराहो फेस्टिवल, हंपी फेस्टिवल, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, पॅरिस, यूके., यूएई, यूएसए, स्वीजरलैंड, जापान आदि।

निखिल फाटक एकल तबला वादन के साथ भारतीय शास्त्रीय एवं संगीत क्षेत्र के अनेक दिग्गज नामी कलाकारों किशोरी अमोणकर, पंडिता प्रभा अत्रे, पंडिता मालिनी राजूरकर, पं शौनक अभिषेकी, जयतीर्थ मेउंडी, राहुल देशपांडे, महेश काले, रघुनंदन पणशीकर, तरूण महाराज रोहिणी भाटे, तरुण भट्टाचार्य, पंडित बिरजू महाराज के साथ विदेश में भी अपनी तबला वादन कला को बिखेरी है। कार्यक्रम में आपका साथ देने वाले कलाकार है अबोली देशपांडे, अमृता ठाकुर देसाई, और मोहित नामजोशी।