Gang of Car Thieves : झूम एप से गाड़ी किराए पर लेकर उसे बेचने या ठिकाने लगाने वाला गिरोह पकड़ाया, 10 गाड़ियां जब्त, 2 पकड़ाए!

गिरोह के लोग फर्जी नाम से गाड़ी किराए पर लेते, फिर उसका GPS सिस्टम बंद करके गाड़ी गायब कर देते!

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Gang of Car Thieves : झूम एप से गाड़ी किराए पर लेकर उसे बेचने या ठिकाने लगाने वाला गिरोह पकड़ाया, 10 गाड़ियां जब्त, 2 पकड़ाए!

Indore : झूम कार ऐप के जरिए वाहन किराए पर लेने के बहाने एक शातिर गैंग पूरे मध्यप्रदेश में कारों की चोरी को अंजाम दे रहा था। गिरोह हाईटेक तरीके से लोगों को भरोसे में लेकर चार पहिया वाहन किराए पर लेते और फिर उसे बेचने या ठिकाने लगाने की साजिश रचते। पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चोरी की 10 गाड़ियाँ बरामद की। गिरोह के दो सदस्यों को परदेसीपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए कार चोरों में एक हनीफ है और दूसरा उसका साथी है।

गिरोह के सदस्य झूम ऐप पर फर्जी आईडी से रजिस्ट्रेशन कर पहले तो भरोसे के साथ वाहन किराए पर लेते। फिर वाहन को निर्धारित समय पर लौटाने के बजाय उसका जीपीएस सिस्टम निकालकर या उसे बंद करके गायब हो जाते। इसके बाद इन वाहनों को फिर दूसरे राज्यों या कबाड़ियों के पास बेच दिया जाता।

पुलिस के मुताबिक यह गिरोह सिर्फ भोपाल या इंदौर तक सीमित नहीं था, बल्कि इसका नेटवर्क उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर और नागपुर तक फैला हुआ है। गैंग तकनीक की अच्छी समझ रखने वाले युवाओं को साथ लेकर काम करता था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए गिरोह के कई सदस्यों को हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद 10 लग्जरी कारें बरामद कीं। इनमें से कुछ वाहन एसयूवी से लेकर सेडान कार तक शामिल हैं।

पूरे मामले में और भी गिरफ्तारियाँ संभावित हैं। पुलिस अब झूम ऐप कंपनी से तकनीकी सहयोग लेकर जांच को आगे बढ़ा रही है, जिससे पता चल सके कि और कितने वाहन इसी तरीके से ठिकाने लगाए गए। पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि यदि आप वाहन किराए पर देते हैं, तो फिजिकल वेरिफिकेशन और दस्तावेजों की पूरी जांच जरूर करें। टेक्नोलॉजी के भरोसे न रहें ।