General Knowledge of Minister : ये खबर पढ़कर हंसिये मत, ये है एक मंत्री के सामान्य ज्ञान का नमूना! 

पशुपालन मंत्री को नहीं पता कि ओडिशा देश का ही एक राज्य! 

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General Knowledge of Minister : ये खबर पढ़कर हंसिये मत, ये है एक मंत्री के सामान्य ज्ञान का नमूना! 

Burhanpur : यदि किसी मंत्री से ओडिशा को लेकर कोई सवाल किया जाए और मंत्री ये कहकर सवाल टाल दे कि ‘हम दूसरे देशों की बात करते’ तो उसका क्या मतलब लगाया जाए! यही न कि मंत्री का सामान्य ज्ञान शून्य है, तो ये सही भी है। ये मंत्री हैं मध्यप्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल!

इन पशुपालन मंत्री और बुरहानपुर के प्रभारी मंत्री प्रेमसिंह पटेल का यह चार दिन से सुर्खियां में है। ये मंत्रीजी ओडिशा को दूसरा देश मानते हैं। आइए जानते हैं कि मामला क्या है! मंत्री प्रेमसिंह पटेल सोमवार को जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में शामिल होने 29 जनवरी को बुरहानपुर पहुंचे थे। 30 जनवरी को सुबह 11 बजे से उन्होंने कलेक्टर कार्यालय में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक ली।

बैठक के बाद वे मीडिया से चर्चा कर रहे थे। जब एक पत्रकार ने मंत्री से पूछा कि ओडिशा में स्वास्थ्य मंत्री को गोली मार दी गई, गोली एक पुलिसवाले ने ही मारी। मंत्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। इस पर प्रभारी मंत्री पटेल ने कहा ‘देखो यह दूसरे देश की बात हम नहीं करते।’  अपने इस सामान्य ज्ञान के कारण वे सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं।

ये पहली बार नहीं हुआ 

यह पहला मौका नहीं है, जब पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल का बयान सुर्खियां बटोर रहा! पिछले साल मई में बड़वानी जिले के मूंग वितरण के दौरान मंत्री प्रेमसिंह ने फोटो खिंचवाने के लिए एक महिला का घूंघट खींच दिया था। उनका वीडियो वायरल भी हुआ। विवाद बढ़ने पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि वे 1993 से लगातार विधायक हैं। क्षेत्र में सभी को जानते हैं। महिला को उन्होंने बेटी समझकर उसका घूंघट हटाया था और उन्हें बेवजह बदनाम किया जा रहा है।

कोरोना में मौतों पर दिया विवादित बयान

अप्रैल, 2021 में भी प्रेम सिंह पटेल ने विवादित बयान दिया था। कोरोना से बढ़ती मौतों के बारे में जब उनसे सवाल पूछा गया तो उनका कहना था ‘इन मौतों को कोई भी नहीं रोक नहीं सकता। हर दिन बहुत से लोगों की मौत हो रही है। अगर लोग बुजुर्ग हो जाते हैं, तो मरना भी पड़ता है।’ इस तरह उन्होंने कोरोना से होने वाली मौतों को उम्र से जोड़ा, जिसके बाद उन्हें ट्रोल किया गया था।