Genome Sequencing : MP में भी जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा मिलेगी
Bhopal : MP में अब जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) की रिपोर्ट का इंतजार नहीं रहेगा। केंद्र सरकार मध्यप्रदेश को 5 जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन देगा। ये मशीनें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा के मेडिकल कॉलेजों में लगाई जाएंगी। इससे समय पर रिपोर्ट मिलने से संक्रामक वैरिएंट के मरीजों को आइसोलेट करने में मदद मिलेगी।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया से मुलाकात के बाद बताया कि केंद्र सरकार प्रदेश को 5 जीनोम सीक्वेंसिंग की मशीनें देगी। सारंग ने कहा कि अभी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए रिपोर्ट दिल्ली भेजना पड़ता है, जिसकी रिपोर्ट आने में समय लगता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मांडविया ने मशीनें देने की स्वीकृति दी है।
हमारी कोशिकाओं के भीतर आनुवंशिक पदार्थ (Genetic Material) होता है. इसे DNA, RNA कहते हैं. इन सभी पदार्थों को सामूहिक रूप से जीनोम कहा जाता है.
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चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि ये मशीनें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में लगाई जाएगी। सारंग ने कहा कि इंदौर और जबलपुर की तर्ज पर भोपाल में भी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शुरू होगा।