Global Budget: ग्लोबल बजट की राशि लैप्स हुई तो होगी अनुशासनात्मक कार्यवाही
भोपाल : उच्च शिक्षा मंत्रालय ने प्रदेश के सारे शासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यो को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही समाप्त होंने जा रही है विभाग द्वारा दिए गए बजट और ग्लोबल बजट का यदि वे उपयोग नहीं करते है और राशि लैप्स होती है तो अगले वाल मांग करने पर उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी और इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।
उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी ने सभी प्राचार्यो को इस संबंध में तल्ख पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि उच्च शिक्षा विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अप्रैल 24-25 से अभी तक आपके महाविद्यालय और आपके अधीन आने वाले नवीन शासकीय महाविद्यालयों के लिए बजट शाखा तथा संचालनालय की अन्य शाखाओं द्वारा विभिन्न योजनाओं बजट शीर्षो में समय समय पर आवंटन जारी करते हुए राशि के आहरण और उपयोग के संबंध में आवंटित राशि और ग्लोबल बजट के नियमानुसार आहरण एवं भुगतान की कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किए है।
वित्त विभाग ने बजट के उपयोग के लिए त्रैमासिक सीमा तय कर रखी है। वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही समाप्त होंने जा रही है। इसलिए अपने डीडीओ की आईएफएमआईएस रिपोर्ट निकालकर चेक करे और देखे कि उनके कॉलेज के लिए जारी आवंटन, ग्लोबल बजट में कितरी राशि उपलब्ध है। इसका नियमानुसार आहरण और भुगतान करने की कार्यवाही करें। यदि किसी कॉलेज के प्राचार्य द्वारा उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आवंटित राशि अथवा ग्लोबल बजट में उपलब्ध राशि का आहरण एवं भुगतान नहीं किया जाता है तथा राशि लैप्स होती है और आगामी वर्ष में मांग करने की आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही होती है तो इसके लिए आप स्वयं उत्तरदायी होंगे।