Gold Missing : केदारनाथ मंदिर से 228 Kg सोने की चोरी पर गरजे शंकराचार्य, जांच क्यों नहीं!
New Delhi : ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आरोप लगाया कि केदारनाथ में सोना चोरी घोटाला हुआ है। उस मुद्दे की जांच क्यों नहीं कराई जा रही। वहां घोटाला करने के बाद अब दिल्ली में केदारनाथ बनेगा? फिर एक और घोटाला होगा। अब इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने बीजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केन्द्र और राज्य सरकार से इस मामले की जांच की मांग की है।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करके कहा कि ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी ने केदारनाथ धाम से 228 किलो सोना गायब होने की बात कही है। शंकराचार्य ने यह भी आरोप लगाया है कि केदारनाथ धाम में इतना बड़ा घोटाला होने के बावजूद जांच तक नहीं कराई गई। हिन्दुओं की आस्था के सबसे बड़े प्रतीक भगवान केदारनाथ धाम से सोना चोरी जैसा कुकर्म घृणित पाप और अक्षम्य अपराध की श्रेणी में आता है।
यह चोरी हिन्दुओं की आस्थाओं पर हमला
कमलनाथ ने कहा कि हैरानी की बात है कि इस मामले में न्याय के लिए शंकराचार्य स्वामी को स्वयं सामने आना पड़ा। जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी द्वारा यह बताना कि इतने बड़े घोटाले की जांच तक नहीं कराई गई, बेहद गंभीर विषय है। भगवान केदारनाथ धाम से 228 किलो सोना गायब होने का यह पूरा मामला लाखों करोड़ों हिन्दुओं की भावनाओं से खिलवाड़ है और आस्था पर हमला है।
कमलनाथ ने कहाकि मैं केन्द्र और राज्य सरकार से मांग करता हूं कि हम सबके शीर्ष गुरू शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा उठाए मामले की गंभीरता से जांच करें। भगवान के घर में चोरी-घोटाले को अंजाम देने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।
दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण नहीं हो सकता
ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने साफ कहा कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का निर्माण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि हम हिंदू धर्म को मानते हैं। हिंदू धर्म में बारह ज्योतिर्लिंग निर्धारित हैं और उनका स्थान तय है। केदारनाथ में 228 किलो सोने का घोटाला हुआ, इसकी किसी को इसकी परवाह नहीं है।