Good Initiative: जहां सड़कों के लिए खुदेगी मिट्टी वहां बनेंगे तालाब, तालाब की मिट्टी से बनेंगी सड़कें

राजस्व, पीडब्ल्यूडी और जलसंसाधन विभाग मिलकर करेंगे काम

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Good Initiative: जहां सड़कों के लिए खुदेगी मिट्टी वहां बनेंगे तालाब, तालाब की मिट्टी से बनेंगी सड़कें

भोपाल: मध्यप्रदेश में अब सड़कें बनाने और तालाब तैयार करने का खर्च कम हो सकेगा। मध्यप्रदेश में एक नवाचार शुरु होने वाला है। इसके तहत प्रदेश में बनने वाली सड़कों के निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली मिट्टी जिन स्थानों से खोदी जाएगी वहां तालाब तैयार किए जाएंगे। इस काम को राजस्व, जलसंसाधन और लोक निर्माण विभाग मिलकर अंजाम देंगे।
अभी तक प्रदेश में सड़क निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली मिट्टी, मुरम ठेकेदार खनन करके बुलाते है। उसके लिए भारी-भरकम राशि खर्च होती है। वहीं प्रदेश में बनने वाले खेत तालाब, बलराम तालाब और जलाशयों का निर्माण करने के लिए भी मोटी रकम खर्च होती है। तालाबों के लिए खोदी गई मिट्टी या तो आसपास ही फेक दी जाती है या निजी लोग औने-पौने पर ले जाते है। इन दोनो कामों में सरकार को ज्यादा राशि भी खर्च करनी पड़ रही है और इसमें समय भी ज्यादा लगता है। दोनो कामों के लिए मानव संसाधन का भी उपयोग ज्यादा करना होता है। इसलिए अब तीन विभाग मिलकर सड़क और तालाब निर्माण के कामों को अंजाम देंगे उससे समय पर काम होगे और उनका खर्च भी कम हो जाएगा।

सड़क निर्माण में उपयोग की जाने वाली मिट्टी का युक्तियुक्त खनन कर तालाब निर्माण की योजना पर काम किया जाएगा। इस योजना के तहत ग्रामीण अंचलों में फसलों की सिचाई के लिए बनने वाले तालाबों के निर्माण के लिए जो मिट्टी खोदी जाती है उसे आसपास बनने वाली सड़कों के लिए उपयोग किया जाएगा। इसी तरह सड़क निर्माण में प्रयुक्त होंने वाली मिट्टी अब उस स्थान से खोदी जाएगी जहां तालाब बनाकर वर्षा के पानी का संग्रहण किया जा सके और बारिश के अलावा अन्य सीजन के समय जब फसलों के लिए सिचाई की जरुरत होती है तो इन तालाबों से सिचाई हो सकेगी। इससे सड़क निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली मिट्टी खरीदने पर कीमत और अन्य करों की बचत भी हो सकेगी। वहीं तालाब निर्माण के लिए खुदाई पर होंने वाला खर्च भी कम हो जाएगा। लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता खत्म होते ही प्रदेश में इसी तकनीक से सड़क और तालाब निर्माण किया जाएगा।