Indore : ग्रीन एनर्जी की राह पर चलते हुए घरों, बहुमंजिला इमारतों, दुकानों ,कारखानों, शासकीय और प्राइवेट दफ्तरों, माल्स आदि की छतों का सदुपयोग कर सतत ही बिजली बनाई जा रही है। हर माह मालवा अंचल में सैंकड़ों नए परिवार ग्रीन एनर्जी की ओर अग्रसर हो रहे है। बिजली वितरण कंपनी इन्हें पूरी तरह मदद कर ‘मेरी छत, मेरी बिजली’ का नारा बुलंद करने में सहयोगी बनी हुई है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि रूफ टॉप सोलर एनर्जी केंद्र शासन और राज्य शासन की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर कंपनी क्षेत्र में छतों से बिजली बनाने के लिए उपभोक्ताओं की सतत मदद की जा रही है। इसी कारण घरों, बहुमंजिला इमारतों, दुकानों, कारखानों, कार्यालयों, माल्स आदि की छतों पर पैनल्स लगाकर सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वालों की संख्या सतत बढ़ रही है।
प्रबंध निदेशक के मुताबिक, एक साल में इनकी संख्या 40% तक बढ़ गई। इंदौर शहर के 2700 और इंदौर जिले के कुल 2900 और कंपनी क्षेत्र में 4450 उपभोक्ता अपनी छतों का उपयोग बिजली बनाने में कर रहे है। उज्जैन जिले में 566, रतलाम जिले में 188, धार जिले में 170, खरगोन जिले में 128 स्थानों पर छतों से बिजली तैयार की जा रही है।
इन सभी स्थानों पर नेट मीटर लगे हैं, जो परिसरों में उत्पादित बिजली की गणना कर लाइनों में प्रवाहित करते हैं, इन सभी स्थानों पर उपभोक्ता पूर्ववत लाइनों से प्राप्त बिजली का उपयोग करते है। बिल अंतर राशि का दिया जाता है। सभी स्थानों पर छतों पर पैनल्स लगाकर बिजली तैयार करने वाले परिवारों को बिजली के बिल में काफी राहत मिल रही है। इसी के चलते इंदौर शहर में सबसे ज्यादा परिवार सौर ऊर्जा से बिजली की ओर बढ़ रहे है। इंदौर शहर में एक वर्ष में एक हजार स्थानों पर नए सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित हुए है।