Guest Teachers Opened Front : मांगे नहीं मानने पर अतिथि शिक्षकों ने फिर मोर्चा खोला!

सहायक प्राध्यापक श्रेणी का काम कर रहे, लेकिन सुविधाएं नहीं!

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Guest Teachers Opened Front : मांगे नहीं मानने पर अतिथि शिक्षकों ने फिर मोर्चा खोला!

Indore : उच्च शिक्षा में अतिथि शिक्षकों के रूप में काम कर रहे शिक्षकों ने एक बार फिर अपने नियमितीकरण, भत्ते और सुविधाओं को लेकर मोर्चा खोल दिया। 20 से 25 वर्षों से अतिथि विद्वानों के रूप में काम करने वाले इन शिक्षकों ने 30 अप्रैल को भोपाल में बड़ा आंदोलन करने की घोषणा की है। इसके बाद भी मांगे नहीं माने जाने पर अतिथि विद्वान संघ द्वारा लगातार आंदोलन किया जाएगा।

अपनी मांगों, समस्याओं के संदर्भ में अतिथि विद्वानों ने मंगलवार को मीडिया से बात की। वर्ष 1993 से लेकर 2017 तक उच्च शिक्षा विभाग ने सहायक प्राध्यापक की भर्ती नहीं की, जिसके चलते यह सभी शिक्षक अतिथि विद्वान के रूप में काम करने को मजबूर हैं। इन शिक्षकों का कहना है कि वे सहायक प्राध्यापक की श्रेणी का काम कर रहे हैं। लेकिन, उसके लिए उन्हें न तो उचित भत्ता दिया जा रहा है और न सहायक प्राध्यापकों को मिलने वाली सुविधाएं, अवकाश, शिक्षा वृद्धि, पीएचडी गाइड बनने की पात्रता उन्हें मिल रही है। शिक्षकों ने उन्हें नियमित करने, सरकार से एक नया केडर बनाने, उनकी सेवा 75 वर्ष करने की मांग उठाई है अतिथि विद्वानों ने मानदेय भी सहायक प्राध्यापक की तरह देने की मांग की है।
मध्यप्रदेश के सरकारी कॉलेजों में काम कर रहे अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण के लिए फिर आंदोलन शुरू किया है। अतिथि विद्वानों ने अपनी पीड़ा से अवगत कराते हुए मांग की कि प्रदेश सरकार उन्हें नियमित कर उनका भविष्य सुरक्षित करे। इधर अतिथि विद्वान इसलिए भी नाराज हैं कि उच्च शिक्षा विभाग ने अतिथि विद्वानों के स्थान पर नियमित असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है।