फर्जी बेब साइट से वर्क फ्राम होम देकर लोगों को ठगने वाली गुजरात की फर्जी कंपनी का किया पर्दाफ़ाश , 3 आरोपी हुए गिरफ्तार
इटारसी से वरिष्ठ पत्रकार चंद्रकांत अग्रवाल की रपट
इटारसी/ माखननगर। माखननगर पुलिस ने पुलिस महानिरीक्षक नर्मदापुरम रेंज श्रीमती दीपिका सूरी एवं पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम गुरुकरन सिंह द्वारा थाना माखन नगर में घटित हुई एक साइबर क्राइम घटना को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक श्री गुरुकरन द्वारा दिए निर्देशों के तारतम्य में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम श्री अवधेश प्रताप सिंह (रा.पु.से) के मार्गदर्शन में एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) सोहागपुर चौधरी मदन मोहन समर के नेतृत्व में थाना माखन नगर पुलिस ने साइबर क्राइम की आरोपी गुजरात की एक फर्जी कम्पनी के 3आरोपीगण को गिरफ्तार एवं मशरुका जप्त करने में सफलता प्राप्त की हैं। घटना कुछ इस प्रकार है कि माखन नगर निवासी ऋषभ भगोरिया के बिना बताए कहीं चले जाने पर उसके परिजनो के द्वारा थाना माखन नगर मे गुम इंसान क्र. 09/2022 का दर्ज कर जांच की गई, जो दौराने जांच के दौरान 27 फरवरी 2022 को गुम इंसान का शव सूरज कुंड घाट नर्मदा नदी मे मिला। जिस पर मर्ग क्र. 23/2022 धारा 174 जाफौ. का पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया। दौराने जांच के ज्ञात हुआ कि मृतक ऋषभ भगोरिया ने 21 फरवरी 2022 को अपने मोबाइल से वॉइस रिकार्डिंग करके अपनी बहन को एक वॉइस मेसेज भेजा, जिसमे उसने ब्लू फ़्लेक्स एवं रिपर टेक कंपनी के द्वारा प्रताड़ित किए जाने से दबाव में आकर उसके द्वारा नर्मदा पुल नांदनेर से नर्मदा नदी मे कूद कर अपनी जीवन लीला समाप्त करने का जिक्र किया एवं मोबाइल अपनी स्कूटी की डिक्की में रखना बताया। मृतक के मोबाइल की जांच स्टेट साइबर शाखा भोपाल से कराई गई, जिसमे ब्लू फ़्लेक्स एवं रीपर टेक कंपनी द्वारा उससे वर्क फ्रोम होम का जॉब कराना पाया गया एवं उक्त कंपनी के द्वारा समय सीमा मे काम नहीं करने के एवज मे पेनल्टी के रूप मे पैसे वसूलने का एग्रीमेंट तैयार करवाया गया था, जिसमे मृतक ऋषभ भगोरिया के द्वारा समय सीमा मे काम नहीं करने पर कंपनी के द्वारा एग्रीमेंट की शर्तों का उलंघन करने का हवाला देकर धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध करवाने की धमकी दी गई, जो मृतक के द्वारा कंपनी के दबाव एवं प्रताड़ित करने के कारण मृतक के द्वारा रंजीत चौहान निवासी लिम्बायत सूरत गुजरात के खाते मे 08 बार में कुल 66850/- रुपए ट्रांसफर करना पाया गया। थाना माखन नगर में अपराध क्र. 664/2022 धारा 306,419, 420 IPC 66 D आईटी एक्ट का पंजीबद्ध किया गया एवं मामले की विवेचना गंभीरता से करते हुये, उक्त खाता धारक रंजीत चौहान की तलाश की गई जो गठित की गई टीम के द्वारा सूझबूझ एवं कार्यकुशलता पूर्वक कार्य करते हुये खाता धारक को दस्तयाब किया जो उससे पूछताछ करने पर एक परिचित आटो चालक प्रकाश चौहान ने उसका खाता 15000/- रुपए मे थाना कटोदरा क्षेत्र सूरत मे कंप्यूटर सेंटर संचालित करने वाली डिंडोली सूरत निवासी पायल मंडरे को अपनी फर्जी कंपनी के माध्यम से लोगो से फर्जी तरीके से पैसे एठने के लिए लाभ का काम होने से अपना खाता देना बताया । प्रकाश चौहान एवं पायल मंडरे की तलाश की गई जो पायल मंडरे दस्तयाब हुई। पूछताछ करने पर पाया गया कि पायल मंडरे के द्वारा कटोदरा क्षेत्र सूरत मे एक पुरानी बिल्डिंग मे अपना एक कंप्यूटर सेंटर खोलकर रखा हुआ था जो कंप्यूटर सेंटर मे लोगो को छल कपट पूर्वक फसाकर पैसे एठने के लिए 09 नग मोबाइल, 15 नग विभिन्न कंपनी की सिम कार्ड, 03 एटीएम, 01 क्रेडिट कार्ड, 02 कंप्यूटर हार्ड डिस्क, एवं कम्प्युटर मिले |
पायल मंडरे से पूछताछ में बताया कि वह लोगो को अपनी फर्जी वेबसाइट के माध्यम से वर्क फ्रॉम होम के नाम पर जरूरतमंद व्यक्तियों को अपनी कंपनी मे रजिस्टर्ड करती थी एवं उनको निर्धारित मंथली सेलेरी का प्रलोभन देकर, उनसे काम करने की शर्तों का फर्जी एग्रीमेंट बनवाती थी। एग्रीमेंट मे काम करने की शर्तों का उल्लेख किया जाता था जिसमे समय सीमा पर काम नहीं करने पर पेनल्टी जमा करवाए जाने की शर्तों का उल्लेख किया गया था । रजिस्टर्ड व्यक्तियों को जानबूझकर ऐसा काम दिया जाता था, जो समय सीमा मे काम करना असंभव होता था, काम नहीं करने पर उनसे पेनल्टी के रूप मे छल कपटपूर्वक पैसे एठे जाते थे जो मामले के आरोपीगण रंजीत चौहान, प्रकाश चौहान एवं आरोपिया पायल मंडरे को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया है। अपराध क्र. 664/2022 धारा 306,419, 420 IPC 66D आईटी एक्ट पंजीबद्ध होने के उपरांत थाना प्रभारी माखन नगर निरीक्षक प्रवीण कुमरे के द्वारा स्वयं एवं उनकी टीम की कार्यकुशलता एवं तकनीकी ज्ञान के माध्यम से तकनीकी का उपयोग करते हुये मामले मे कड़ी से कड़ी जोड़कर विवेचना की गई, जिसमे सफलता प्राप्त करते हुये अपराध घटित करने वाले सबसे छोटी कड़ी रंजीत चौहान से लेकर प्रकाश चौहान एवं इस सिंडीकेट को चलाने वाली पायल मंडरे तक पहुचकर मृतक ऋषभ भगोरिया एवं उसके परिवारजनों को न्याय दिलाते हुए मृतक ऋषभ भगोरिया को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर छल कपट पूर्वक एठे गए पैसे बरामद किए गए। एवं आरोपीगणो को गिरफ्तार का सलाखों के पीछे भेजा गया। आरोपी गण का विवरण इस प्रकार बताया गया है।
1 रंजीत पिता नत्थू चौहान उम्र 50 वर्ष नि0 मधुनगर लिम्बायत जिला सूरत गुजरात
2. प्रकाश पिता रोहिदास चौहान उम्र 25 वर्ष नि0 वी के रेसिडेंसी हलदारु रोड सूरत गुजरात 3. पायल मंडरे पति विक्की उर्फ नागेश मेशराम उम्र 24 वर्ष नि0 बी-59 मिलेनियम पार्क डिंडोली सूरत गुजरात
जप्त मशरुका में “09 नग मोबाइल, 15 नग विभिन्न कंपनी की सिम कार्ड, 03 एटीएम, 01 क्रेडिट कार्ड, 02 कंप्यूटर हार्ड डिस्क, 01 पीसी मिले, नगदी 54850/- रुपए मिलना बताया गया है। उप निरीक्षक गुलाब सिंह रघुवंशी, आरक्षक 717 रवि कुशवाहा की प्रमुख भूमिका रही। थाना प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार कुमरे, निरीक्षक आर पी कवरेती,उप निरीक्षक गुलाब सिंह रघुवंशी, उप निरीक्षक खुमान सिंह पटेल, उप निरीक्षक वैशाली ऊईके, उप निरीक्षक हरछठ ठाकुर, आरक्षक 332 कपिल जाट, आरक्षक 415 मनीष सोनी, आरक्षक 717 रवि, आरक्षक 821 कपिल राठौर, आर 539 प्रभाकर, म आर 168 प्रियंका की भी इस सफलता में अहम सहायक की भूमिका रही।