कांग्रेस की जय संविधान रैली में ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य और महाकौशल को नहीं दिया जा रहा महत्व

325
Jitu patwari

कांग्रेस की जय संविधान रैली में ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य और महाकौशल को नहीं दिया जा रहा महत्व

देश भर में कांग्रेस की ताकत को दिखाने में PCC चीफ जीतू का अडंगा, सीमित कर दिया मालवा तक आयोजन

भोपाल. संविधान बचाने की भाजपा- कांग्रेस की लड़ाई में जहां कांग्रेस की 27 जनवरी को महू में होने वाली रैली का जवाब देने के लिए मध्य प्रदेश में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी सहित भाजपा के नेता मैदान में उतरने जा रहे हैं। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के तय कार्यक्रमों ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के इस आयोजन को कमजोर करने की आशंका बढ़ा दी है। देश भर में कांग्रेस इस मुद्दे पर अपनी ताकत का अहसास करवाने की रणनीति पर काम रही रही है, लेकिन मध्य प्रदेश की जमीन पर पीसीसी चीफ पटवारी इस रैली को 14 जिलों तक सीमित करने हुए दिखाई दे रहे हैं। हालात यह है कि प्रदेश के ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य, महाकौशल और मध्य क्षेत्र को पूरी तरह से इस आयोजन से दूर रखने के प्रयास किए जा रहे हैं।

जीतू पटवारी इन जिलों में सक्रिय

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को इस रैली के लिए वैसे तो प्रदेश भर के हर प्रांत में अपनी बैठकें समान रूप से करना चाहिए थी, लेकिन उन्होंने इस आयोजन को 14 जिलों तक सीमित कर दिया है। वे इन जिलों में ही 10 दिन तक सक्रिय रहेंगे। वे यहां पर 14 जनवरी से सक्रिय हुए और 22 जनवरी तक के उनके तय कार्यक्रम अनुसार वे एक ही अंचल के 14 जिलों में ही बैठकें करते रहेंगे। उनके 10 दिन के इस कार्यक्रम से यह लगभग साफ हो गया है कि वे देश व्यापी इस आयोजन को इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगौन, बुरहानपुर, नीमच, मंदसौर, आगर मालवा, उज्जैन, देवास और शाजापुर जिलों तक सीमित करने में लगे हुए हैं। इस दौरान पटवारी ने महाकौशल, विंध्य, बुंदेलखंड, ग्वालियर-चंबल को पूरी तरह से छोड़ दिया है। यहां पर उनकी बैठकों का 22 जनवरी तक कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।

कब कहां ले रहे बैठक

पटवारी ने 14 जनवरी को खातेगांव, बागली में बैठक की। इसके बाद 15 जनवरी को वे दिल्ली चले गए। 16 जनवरी को उन्होंने उज्जैन, महिदपुर, गरौठ, सुवासरा और मंदसौर में बैठक की। प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री डॉ. संजय कामले द्वारा जारी पटवारी के कार्यक्रम अनुसार 17 जनवरी को यानि शुक्रवार को वे मनासा, जावद, नीमच, जावरा, सैलाना और रतलाम में रहेंगे और यहां पर बैठक लेंगे। इसके बाद शनिवार यानि 18 जनवरी को वे देपालपुर, बड़नगर, बदनावर, धार और सरदापुर में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। इसके बाद रविवार 19 जनवरी को पटवारी का कार्यक्रम धामनोद, मनावर, कुक्षी, बड़वानी, सेंधवा और खटघाट जाने का है। बीस जनवरी सोमवार को वे महेश्वर, कसरावद, खरगौन, भगवानपुरा, भीकनगांव, बुरहानपुर, 21 जनवरी को नेपानगर, खंडवा, पंधाना, बड़वाह और 22 जनवरी को शाजापुर, शुजालपुर, कालापीपल, सोनकच्छ और देवास में रहेंगे। यानि 14 जनवरी से 22 जनवरी तक वे इंदौर और उज्जैन संभाग के 14 जिलों में सक्रिय रहेंगे।

प्रदेश प्रभारी प्रदेश भर के नेताओं की ले चुके हैं बैठक

प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह बाबा साहेब आंबेडकर के जन्मस्थली महू में होने वाली कांग्रेस की रैली को लेकर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की बैठक ले चुके हैं। वे दस जनवरी को इसी संबंध में दिल्ली से भोपाल आए थे और उन्होंने पहले प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक ली थी, जिसमें पूरा फोकस कांग्रेस के इस आयोजन को लेकर था। इसके बाद उन्होंने सभी वरिष्ठ नेताओं से भी बातचीत की थी, इस बातचीत में भी मुद्दा था कि कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को महू की इस रैली में लेकर पहुंचा जाए। दस जनवरी की बैठक के बाद अगले दिन जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस के सभी विधायकों से वन-टू-वन चर्चा की थी, जिसमें भी यही मुद्दा था कि वे अपने क्षेत्र से अधिक से अधिक लोग लेकर इस रैली में पहुंचे। इन सब के साथ यह भी तय हुआ था कि जीतू पटवारी इस आयोजन को लेकर प्रदेश भर में सक्रिय रहेंगे।