हार्ड वर्किंग ने अतुलकर को दिलाया भोपाल Additional CP का पद
भोपाल. भोपाल के नए एडिश्नल कमिश्नर आॅफ पुलिस सचिन अतुलकर को भोपाल में पदस्थ करने के पीछे उनके पुराने काम काज को आंका गया है। सचिन अतुलकर बालाघाट, सागर और उज्जैन में पुलिस अधीक्षक रहे हैं, इन तीनों जिलों में उन्होंने बदमाशों पर नकले डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उज्जैन में आॅपरेशन पवित्र उनका देश भर में चर्चित हुआ था।
वर्ष 2017 में 20 जुलाई को सचिन अतुलकर उज्जैन एसपी बने। उस दौरान उज्जैन में चेन लूट, चाकूबाजी आदि की लगातार घटनाएं हो रही थी। इन वारदातों को रोकने के लिए उन्होंने आॅपरेशन पवित्र चलाया। इसमें उन्होंने सबसे पहले आदतन अपराधियों का रिकॉर्ड तलब किया और स्वयं ने अफसरों के साथ बैठक बदमाशों की लिस्ट तैयार की।
इस आॅपरेशन के जरिए उन्होंने एक साल के भीतर 500 बदमाशों को जिला बदल कर दिया। इसके बाद डेढ़ साल में यह संख्या 800 के लगभग पहुंच गई थी। इसके अलावा उन्होंने 250 बदमाशों का एनएसए भी किया। इस दौरान उन्होंने जिला पुलिस के लचर अफसरों और जवानों को निलंबित करना, लाइन अटैच करने का काम भी किया।
उस वक्त देश में उज्जैन एक मात्र ऐसा जिला बना जहां इनते बदमाशों के खिलाफ जिला बदर और एनएसए की कार्रवाई हुई। इस दौरान बदमाशों से भी उनकी मुठभेड़ हुई थी। उज्जैन में ही उन्होंने बच्ची के साथ ज्यादती के मामले में एक दिन में ही आरोपी को सजा दिलाई थी।
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सागर अपराधों की रोकथाम में आया था नंबर वन-
सचिन अतुलकर वर्ष 2014 से 2017 तक सागर जिले के पुलिस अधीक्षक रहे। यहां पर भी उस वक्त अपराधों का ग्राफ तेजी से उछल रहा था। इसके बाद अतुलकर ने बदमाशों पर ऐसी सख्ती दिखाई कि एक साल के भीतर ही सागर में अपराधों पर अंकुश लग गया। उस दौरान सागर जिला अपराधों की रोकथाम और बेहतर कानून व्यवस्था को लेकर देश में पहले नंबर पर आया था।