सुनी सुनाई: वरिष्ठ आईपीएस पुरूषोत्तम शर्मा जौरा से चुनाव लड़ेंगे!
मप्र के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पुरूषोत्तम शर्मा ने नौकरी छोड़ने का आवेदन देकर मुरैना जिले की जौरा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी शुरु कर दी हैं। खबर आ रही है कि शर्मा ने जौरा में प्लाॅट खरीदकर घर बनाना भी शुरू कर दिया है। वे जौरा के आसपास के गांव में सक्रिय भी हो गये हैं। शर्मा ने वहां लोगों को बताया कि कांग्रेस के कमलनाथ से टिकट की चर्चा हो गई है। वैसे शर्मा ग्वालियर जिले के डबरा के रहने वाले हैं। जौरा ब्राह्मण बहुत सीट होने के कारण शर्मा ने वहां का रूख किया है।
शर्मा के साथ उपलब्धि से ज्यादा विवाद जुड़े हुए हैं। उनकी पत्नी ने उन्हें एक महिला के घर रंगे हाथ पकड़ा था। इसके बाद दोनों पति पत्नि में जमकर मारपीट हुई। मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य सरकार ने शर्मा को निलंबित कर दिया था। शर्मा हाईकोर्ट से बहाल हो गये हैं। लेकिन सरकार ने उन्हें कोई काम नहीं दिया है। वैसे जौरा में पंकज उपाध्याय और मानवेंद्र सिंह सिकरवार “गांधी” भी कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं।
सिंधिया कैम्प में कमलनाथ की सेंधमारी!
मप्र में चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया कैम्प में बड़ी सेंधमारी की तैयारी कर ली है। इसका असर इसी सप्ताह दिखाई देगा। सिंधिया के बेहद नजदीकी नेता बैजनाथ सिंह यादव भारी दल बल के साथ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। बैजनाथ सिंह यादव शिवपुरी के कद्दावर नेता हैं। उनकी पत्नी कमला यादव शिवपुरी जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं। बैजनाथ सिंह यादव मूलत: कांग्रेसी हैं।
सिंधिया के साथ वे भाजपा में चले गये थे। खबर आ रही है कि अब बैजनाथ का भाजपा और सिंधिया दोनों से मोहभंग हो गया है। यह भी चर्चा है कि बैजनाथ सिंह कोलारस से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। बैजनाथ सिंह यादव लगभग 500 वाहनों के काफिले के साथ भोपाल आकर कांग्रेस में वापसी करने की तैयारी कर रहे हैं।
सागर भाजपा की बीमारी उज्जैन तक पहुंची!
सागर जिले में भाजपा के मंत्री विधायकों के बीच चल रहा विवाद अभी थमा भी नहीं था कि यह बीमारी उज्जैन भी पहुंच गई है। खबर आ रही है कि भाजपा का ही एक ताकतवर खेमा मंत्री मोहन यादव के पीछे हाथ धोकर पड़ गया है। पहले भोपाल के एक यूट्यूब चैनल पर मोहन यादव की सम्पत्ति में बेतहाशा बढोत्तरी की खबर चलाई गई।
इसके बाद उज्जैन के मास्टर प्लान में मोहन यादव और उनके परिवार की जमीनें सिंहस्थ से मुक्त कराकर आवासीय करने का मामला जोरशोर से उछाला गया है। इन दो खबरों ने मोहन यादव को अंदर तक हिलाकर रख दिया है। यादव को भी भनक लग गई है कि किस तरह पार्टी के लोग ही उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इधर खबर आ रही है कि प्रदेश के दिग्गज मंत्री भूपेन्द्र सिंह की सम्पत्ति की लोकायुक्त में जांच शुरू होने के बाद बीना के भाजपा विधायक की सम्पत्ति की जानकारी एकत्रित की जा रही है।
जेपी एसोसिएट्स मप्र में ब्लैक लिस्टेड
यह नाम याद है या भूल गये? एक समय मप्र में ऐसा माहौल था कि प्रदेश की भाजपा सरकार को इसी कंपनी के मालिक चला रहे हैं। इस कंपनी के विमान में तत्कालीन स्पीकर और मंत्री घूमा करते थे। बदले में कंपनी को सैकड़ों करोड़ के ठेके मिले। कंपनी के मालिक को भारत भवन का डायरेक्टर भी नियुक्त किया गया था। लेकिन अब ताजा खबर यह है कि मप्र के जल संसाधन विभाग ने इस कंपनी का पंजीयन निलंबित करते हुए इसे दो वर्ष के लिए ब्लेक लिस्टेड कर दिया है। कंपनी पर आरोप है कि इसने रीवा और सतना की दो बड़ी सिंचाई परियोजना का काम ठेके पर लिया था। लेकिन न तो समय सीमा में इन परियोजनाओं का निर्माण कर रही है और न ही विभाग के नोटिस का संतोषजनक जबाव दे रही है। इस कारण किसानों को फसल का लगभग 1715 करोड़ का नुकसान हो चुका है। जेपी एसोसिएट्स को यह ठेके 2017 में दिए गये थे।
महाकाल की एक और शिकायत पीएमओ पहुंची
उज्जैन के महाकाल लोक में घटिया मूर्तियों का मामला अभी ठण्डा भी नहीं हुआ कि इसी वर्ष शिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में 19 लाख दीपक जलाने का रिकार्ड बनाने और घी दीपक बाती का अभी तक भुगतान न करने की शिकायत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से की गई है। दरअसल उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली दीपावली पर अयोध्या में 15.76 लाख मिट्टी के दीपक जलाकर रिकार्ड बना दिया था। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाशिवरात्रि यानि 18 फरवरी 2023 को उज्जैन के महाकाल मंदिर प्रांगण में 21 लाख दीपक जलाने का रिकार्ड बनाने की घोषणा कर दी। उज्जैन नगर निगम को दीपक तेल बाती की व्यवस्था सौंपी गई। निगम ने टेंडर जारी किये। लगभग दो करोड़ की लागत से 18 लाख 82 हजार 229 दीपक जलाये गये। लेकिन उज्जैन, इंदौर, देवास के जिन दुकानदारों ने दीपक तेल बाती सप्लाई की उनका भुगतान आज तक नहीं हुआ। सभी दुकानदारों ने इसकी एक सामूहिक शिकायत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजकर भुगतान कराने की गुहार लगाई है।
एक साथ तीनों मंत्री गायब
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की समझाइश के बाद भी सागर जिले के तीनों मंत्रियों में अभी सामान्य बोलचाल भी शुरू नहीं हुई है। इसका असर जिले की विकास योजनाओं पर भी पड़ रहा है। इस सप्ताह सागर जिले के बीना शहर में 29 करोड़ की लागत से बने आरओबी (पुल) का उद्घाटन होना था। इसके लिए एनएचएआई ने जिले के तीनों मंत्रियों को आमंत्रित किया था। बीना शहर में तीनों मंत्रियों के फोटो के साथ विज्ञापन व होर्डिंग भी लग गये। लेकिन तीनों मंत्री कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। मजबूरी में सागर के सांसद राजबहादूर सिंह और बीना विधायक महेश राय ने इस आरओबी (ओवर ब्रिज) का शुभारंभ किया। सागर में आजकल मप्र के कद्दावर मंत्री भूपेन्द्र सिंह के खिलाफ दो मंत्रियों गोपाल भार्गव व गोविन्द राजपूत, दो भाजपा विधायकों शैलेन्द्र जैन व प्रदीप लाहरिया और भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने मोर्चा खोल रखा है।
और अंत में….!
कांग्रेस और कमलनाथ के पक्ष में भोपाल में एक चमत्कारी बाबा का दिव्य दरबार लगाने की तैयारी है। यह बाबा जबलपुर के रहने वाले हैं। इनके बारे में चर्चा है कि इन्हें भी बागेश्वर महाराज की तरह कुछ दिव्य शक्तियां प्राप्त हैं। बाबा लोगों के मन की बात पर्ची पर लिख देते हैं।
बाबा अभी ज्यादा चर्चित नहीं हैं। भोपाल के एक मीडिया ग्रुप के मालिक इन बाबा की शक्तियों से प्रभावित हैं। उन्होंने ही बाबा से संपर्क कर भोपाल में कांग्रेस के पक्ष में दरबार लगाने के लिए तैयार किया है। इस महीने के अंत तक बाबा जी का पहला दरबार भोपाल में लग सकता है। जैसे बागेश्वर महाराज दिव्य दरबार के अलावा कथा सुनाते हैं, वैसे ही यह बाबा सुन्दर कांड का पाठ करते हैं।