Sehore : हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए पैरा कमांडो जितेंद्र कुमार वर्मा आज पंचतत्व में विलीन हो गए। सीहोर जिले के धामंदा में उनका अंतिम संस्कार हुआ। डेढ़ साल के बेटे को साथ लेकर छोटे भाई धर्मेंद्र ने मुखाग्नि दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार दोपहर शहीद को श्रद्धांजलि देने धामंदा पहुंचे।
उन्होंने जितेंद्र वर्मा के परिवार को सरकार की और से एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि देने का ऐलान किया। साथ ही पत्नी सुनीता को सरकारी नौकरी देने के साथ ही जितेंद्र वर्मा के नाम से स्कूल का नामकरण करने की भी घोषणा की। CM ने कहा कि गांव में जितेंद्र की प्रतिमा भी लगाई जाएगी।
जितेंद्र की पार्थिव देह 11 बजे दिल्ली से भोपाल एयरपोर्ट पर पहुंची। यहां से पार्थिव देह को सेना के वाहन में सड़क मार्ग से धामंदा ले जाई गई। भोपाल से लेकर सीहोर तक लोगों ने सड़क किनारे से फूल बरसाए। सीएम भी जवान को श्रद्धांजलि देने गांव पहुंचे।
शहीद की अंतिम यात्रा की तैयारी में हर ग्रामीण जुटा था। शहीद जवान को सभी ने नम आंखों से विदाई दी। उनकी अंतिम यात्रा में गेंदे, गुलाब सहित अन्य प्रकार के फूलों की बारिश की गई। ग्रामीणों का कहना है कि हादसे की सूचना के बाद से ही हमारी आंखें उसी ओर देख रही थीं, जिस रास्ते हमारे वीर बेटे की पार्थिव देह गांव आएगी। दोपहर में अपने बेटे को तिरंगे में लिपटा देख आंखें तो झलकी, लेकिन गर्व भी था। यहां गली-गली में जितेंद्र को श्रद्धांजलि देने वाले पोस्टर भी लगाए हैं।