प्राचार्यो पर उच्च शिक्षा विभाग ने लगाया लगाम, सार्थक एप पर दर्ज करानी होगी उपस्थिति
भोपाल। शासकीय कॉलेजों में छात्रों को बेहतर शिक्षा मिले इसको लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने कवायद तेज कर दिया है। प्रदेश के 1360 शासकीय कॉलेजों के प्राचार्य अब कॉलेज नहीं आने को लेकर कोई बहाना नहीं बना पाएंगे। विभाग ने सभी प्राचार्यो का सार्थक एप पर आईडी और पासवर्ड बनाकर संबंधित प्राचार्यो को दे दिया है। प्राचार्य सार्थक एप पर अपनी उपस्थिती दर्ज कराने के बाद जिले के संबंधित नोडल कॉलेज के प्राचार्य के पास अपनी उपस्थिती का साक्ष्य फारवर्ड करेंगे। नोडल कॉलेज के प्राचार्य जिले के सभी कॉलेजों के प्राचार्यो द्वारा सार्थक एप पर ली गई सेल्पी को अतिरिक्त संचालक को भेजेगे। उच्च शिक्षा विभाग प्राचार्यो की उपस्थिती का नियमित मॉनीटरिंग करेगा। गौरतलब है कि प्राचार्यो की उपस्थिती को लेकर पहली बार उच्च शिक्षा विभाग सार्थक एप का उपयोग करने जा रहा है।
छात्रों के साथ सेल्फी लेना अनिवार्य-
शासकीय कॉलेजों के प्राचार्य सार्थक एप पर अपनी उपस्थिती दर्ज कराने के बाद कक्षाओं में छात्रों के साथ सेल्फी लेकर जिले के नोडल कॉलेज के प्राचार्य के पास भेजेंगे। उच्च शिक्षा विभाग को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि कॉलेज के ज्यादातर प्राचार्य कॉलेज आते नहीं और न ही क्लास रूम में जाते हैं। उपस्थिती अनिवार्य होने के बाद प्राचार्य और प्रभारी प्राचार्य कॉलेज नहीं आने का अब कोई बहाना नहीं बना सकते हैं।
शिक्षकों पर आएगा दबाब-
उच्च शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि 1 जुलाई से प्रदेश के सभी शासकीय कॉलजों में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। प्रिसिपल की उपस्थिती कॉलेजों मेंj अनिवार्य होने के बाद कॉलेज की शिक्षा व्यवस्था बहुत हदद तक सुधर जाएगी। प्रिसिंपल की उपस्थिती अनिवार्य होने से संबंधित कॉलेज के सहायक प्राध्यापक और प्राध्यापकों पर कॉलेज आने का दबाब बनेगा। इस व्यवस्था के सफल होने के बाद विभाग आने वाले समय में सहायक प्राध्यापकों पर भी इस व्यवस्था का लागू करेगी।