मत के साथ बहनों का मन जीतते माननीय…
लोकतंत्र की यही खुबसूरती है कि मत पाने के लिए तो माननीयों को संघर्ष करना ही पड़ता है, पर उसके बाद भी मतदाताओं से स्थायी रिश्ता बनाकर उनका मन भी जीतना पड़ता है। और भारतीय संस्कृति इतनी समृद्ध है कि वह ऐसे अवसर खुद में समेटे हुए है। जो चाहे वह इन अवसरों को सीढी बनाकर भाई-बहन का रिश्ता बनाकर उनके परिवारों का स्थायी सदस्य बन सकता है। और बहनों के मन में विश्वास जगा सकता है कि भाई हमेशा और हर सुख-दुख में साथ रहेगा। चुनाव तो आते जाते रहेंगे। और लाड़ली बहना का जनक मध्यप्रदेश में तो राजनीति पूरी तरह से सामाजिक समीकरणों की बंधुआ बन गई है। जैसा कि माना जाता है कि मध्यप्रदेश में यह स्थापित हो गया है कि 2023 का लोकसभा चुनाव यदि भाजपा जीती है, तो वह ‘लाड़ली बहना योजना’ के बलबूते पर ही। यदि लाड़ली बहना योजना न होती, तो क्या होता…इस पर अब बात करना बेमानी है। पर लाड़ली बहना की बात करें तो अब माननीयों में बहनों से राखी बंधवाने की मानो होड़ लगी है। भोपाल के दो दिग्गज नेता विश्वास सारंग और रामेश्वर शर्मा के क्षेत्र में हो रहे रक्षाबंधन कार्यक्रम इसकी गवाही दे रहे हैं। विश्वास सारंग पिछले 15 साल से राखी के इस बंधन को निभाए जा रहे हैं। अब भी पूरे विश्वास के साथ यह रिश्ता बहनों के मन में कायम है। तो विधायक रामेश्वर शर्मा भी भाई-बहन के रिश्ते का पर्याय बनने की तरफ अग्रसर हैं। इनसे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पूरे प्रदेश में जगह-जगह पहुंचकर लाड़ले भाई बनकर बहनों के मन में भरोसा जता ही चुके हैं कि बहनों को कभी निराश नहीं करेंगे। और जब बात भाई-बहन की हो, तो शिवराज का नाम भुलाया नहीं जा सकता, जिनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश ने लाड़ली लक्ष्मी से लेकर लाड़ली बहना तक का मीलों का सफर तय किया है। भाई और मामा का रिश्ता सफलतापूर्वक बनाने में शिवराज सफल रहे हैं। फिलहाल बात विश्वास और रामेश्वर की।
विश्वास कैलाश सारंग 27 अअगस्त 2024 को नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 77, 71, एवं 37 में आयोजित विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन महोत्सव में नरेला विधानसभा की बहनों से रक्षासूत्र बंधवाने पहुंचे। चौथे दिन की शुरुआत में मंत्री सारंग ने सबसे पहले दिव्यांग बहन से राखी बंधवाई। चौथे दिन 36 हज़ार 344 बहनों ने मंत्री सारंग को रक्षा सूत्र बांधे। बहनों ने मंत्री सारंग का पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया। वही वार्ड 37 खुशीपुरा में आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने क्रेन पर 151 फ़ीट की माला से मंत्री सारंग का स्वागत किया। मंत्री सारंग ने इस अवसर पर कहा कि वर्ष 2008 के बाद से नरेला विधानसभा में हर घर नर्मदा जल, सड़क, बिजली मूलभूत सुविधाओं सहित निरंतर हो रहे विभिन्न विकास कार्य नरेला को एक आदर्श विधानसभा के रूप में स्थापित करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि नरेला क्षेत्र को उन्होंने कभी भी राजनैतिक नजरिये से नहीं देखा बल्कि हमेशा अपना परिवार माना है। प्रतिवर्ष लाखों बहनों से मिलने वाला स्नेह ही नरेला को परिवार बनाता है। पिछले 15 वर्षों से नरेला विधानसभा में आयोजित हो रहे विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन महोत्सव में पिछले 4 दिनों में ही 1 लाख 13 हज़ार 022 बहनों ने मंत्री सारंग को राखी बांधी है। वहीं इस बार माना जा रहा है कि पिछली बार का रिकॉर्ड तोड़ते हुए संख्या डेढ़ लाख के पार पहुँचने जा रही है। 28 अगस्त को वार्ड 44,39,40 व 75 में राखी कार्यक्रम होंगे।
वहीं हुजूर विधानसभा में 19 अगस्त से निरंतर जारी वृहद रक्षाबंधन महोत्सव 27 अगस्त को नीलबड़ में सम्पन्न हुआ। विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा आयोजित इस रक्षाबंधन समारोह में प्रतिदिन हजारों बहनों ने एकत्रित होकर राखी बांधी। इस महोत्सव में विधायक रामेश्वर शर्मा को हुजूर की डेढ़ लाख से अधिक बहनों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। 27 अगस्त 2024 को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान हुजूर के फंदा मंडल में आयोजित रक्षाबंधन महोत्सव में सम्मिलित हुए। जहां उन्होंने हजारों की संख्या में उपस्थित बहनों से राखी बंधाकर पर्व मनाया।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर आदि नेता भी रामेश्वर शर्मा द्वारा आयोजित राखी कार्यक्रम में शामिल हुए। रामेश्वर शर्मा इसे प्रदेश का अनूठा आयोजन मान रहे हैं। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि यह अभूतपूर्व क्षण थे जब इस वर्ष विधानसभा की डेढ़ लाख से अधिक बहनों ने रक्षाबंधन महोत्सव में सम्मिलित होकर मुझे राखी बांधी। जिस भाई के सिर पर डेढ़ लाख से अधिक बहनों का आशीर्वाद हो उसे भला दुनिया में क्या डर होगा। इससे बड़ा सौभाग्य और कोई नहीं हो सकता। हुजूर विधान सभा की बहनों के अपनत्व के आगे नतमस्तक हूँ। बहनों के इस प्रेम के लिए आजीवन ऋणी रहूँगा।
तो बात यहां नरेला या हुजूर विधानसभा की नहीं है और न ही विश्वास सारंग और रामेश्वर शर्मा की ही है। बात यहां 20वीं और 21वीं सदी में राजनीति में हुए बड़े बदलाव की है। खास तौर से यह बदलाव लाने में भाजपा के माननीय आगे हैं। यहां पूरी विधानसभा की बहनों से राखी बंधवाकर माननीय रिश्तों में स्थायी रंग भरने की भरसक कोशिश कर रहे हैं। सब बदलाव यही साबित कर रहा है कि राजनीति में माननीय अब मत के साथ ही अपने विधानसभा क्षेत्र की बहनों का मन जीतने का जतन कर रहे हैं…।