रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट
रतलाम: शहर के शासकीय मेडिकल कॉलेज में छात्रों को शिक्षा के साथ अनुशासन का पाठ पढ़ाए जाने के बावजूद छात्रों की अनुशासनहीनता थम नहीं रही है। पूर्व में भी लड़ाई झगडे के मामले में मेडिकल कॉलेज का नाम आया है और शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 2 बजे मेडिकल कॉलेज के बाहर छात्रों के और रेस्तरां में खाना खा रहे लोगों के बीच फिर किसी बात को लेकर विवाद हुआ। छात्रों और दूसरे पक्ष के बीच मामला इतना बढ़ गया कि थाना ओद्योगिक क्षेत्र से पुलिस को पहुंच कर हस्तक्षेप करने के बाद मामला शांत हुआ। दूसरे पक्ष का कॉलेज के छात्रों पर आरोप है कि छात्रों ने नशे में धुत्त होकर बेफिजूल विवाद किया।
मामले में विवाद इतना बढ़ा कि छात्रों ने 40 से 50 युवकों के साथ मिलकर लाठी डंडों के साथ फरियादी और उनके दोस्तों पर हमला कर दिया। हालांकि इस दौरान पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल बिगड़ते हालात पर काबू किया।
वहीं फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस ने छात्र आरोपियों के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध कर लिया है।
क्या कहना है फरियादी का
फरियादी यशराज ने बताया कि रात को 2 बजे के लगभग 10 से 15 युवकों ने हमसे बेवजह गाली-गलौज की उनका रवैया किसी कॉलेज के छात्रों का न होकर गुण्डों की तरह था, मामले में बहुत समझाने और हाथ जोड़कर विनती करने पर भी छात्रों ने हम पर लाठियां भांजी। जिनकी संख्या 40 से 50 लोगों से अधिक थी। उनके द्वारा मारपीट करने से हमें चोट आई है। घटना में यशराज पिता भीका वास्के (20) को हाथ पर चोट, पृथ्वीपाल सिंह को सर पर रगड़ और आंख पर चोट के बाद सूजन आ गई है। रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
रात को 2 बजे आशापुरा होटल के सामने दो पक्षो में विवाद हुआ था। जिसमें दोनों पक्षों में मार-पीट की घटना हुई थी। शिकायत पर मेडिकल कॉलेज के छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इन धाराओं में किया अपराध दर्ज
आरोपियों पर धारा 294, 323, 427, 506, 190, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज हुआ है। पुलिस मामले में तस्दीक कर रही है।
क्या कहते हैं मेडिकल कॉलेज के जवाबदार
मेडिकल कॉलेज में रोगियों के साथ हमदर्दी, शिष्टाचार और अपनेपन का अहसास होना चाहिए, कल रात की घटना में विद्यार्थियों द्वारा लड़ाई झगडे पर उतारू होना सरासर गलत है, घटना की जानकारी मिली है मामले में हमने बैठक बुलाई है, अगर विद्यार्थी दोषी पाए गए तो कड़ी कार्रवाई करते हुए दोषियों को होस्टल से निकाला जा सकता है।
-डॉ. जितेन्द्र गुप्ता
(डीन शासकीय मेडिकल कॉलेज) रतलाम