कैदी के मौत मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग ने जेल अधीक्षक से मांगी रिपोर्ट
भोपाल। खरगोन जिले के बड़ावाह उपजेल में पिछले दिनों विचाराधीन कैदी के मौत मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जेल अधीक्षक से एक महीने के अंदर रिपोर्ट पेश करने को लेकर आदेश जारी किया है। बड़वाह उपजेल में धोखाधड़ी के मामले में बंद विचाराधीन कैदी सरदार सिंह सोलंकी की 22 फरवरी को बड़वाह सिविल अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। भाजपा नेता 74 वर्षीय सरदार सिंह सोलंकी बड़वाह नगरपालिका के पूर्व उपाध्यक्ष रह चुके है। जेल से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि 13 फरवरी को धोखाधड़ी के मामले में वह जेल में बंद था। जेल के आने के दौरान कैदी के एक पांव में राड पड़ा हुआ था। पेट में दर्द की शिकायत रहती थी। मरने से पहले कैदी ने पेट में दर्द होने की बात कहीं। उपचार के लिए कैदी को आनन- फानन में सिविल अस्पताल लाया गया। उपचार के बाद कैदी को जेल लाया गया। रात में अचानक तबियत फिर बिगड़ गई। अस्पताल में इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि भतीजा ने ही धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। परिाजनों की शिकायत पर खरगोन कलेक्टर ने मामले में मजिस्ट्रियल जांच कराने का आदेश जारी कर दिया है।
पुलिस अभिरक्षा में चार लोगों को हो चुकी है मौत-
दो महीने के दौरान प्रदेश के अलग- अलग हिस्सों में चार लोगों की मौत हो चुकी है। मामले की गंभीरता से लेते हुए मानवाधिकार आयोग ने प्रदेश के जेलों और थानों का निरीक्षण करने का फैसला किया है। वर्ष 2023 के दिसंबर माह में आयोग ने विश्व मानवाधिकार दिवस के मौके पर आयोग ने कैदियों के स्वास्थ्य और अधिकार को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया था। उसी दौरान आयोग ने तय कर दिया था कि इस बार आयोग कैदियों के अधिकार और स्वास्थ्य को प्रमुखता से लेगा।