
पीटे गए पति!
मुकेश नेमा
फ्रांस के राष्ट्रपति अपनी वयोवृद्ध पत्नी के हाथों सार्वजनिक रूप ये चपतियाए गए। यह देख सुन कर हज़ारों हजार भारतीय पतियों का मन कितना हल्का हो गया है ये बयान करना मुश्किल है। बहुत पहले खबर आई थी कि बिल क्लिंटन भी अपनी बीबी के हाथो पिटा करते थे। उनका फ्रांस के राष्ट्रपति की तरह सार्वजनिक अभिनंदन तो नही हुआ कभी पर उनकी पत्नी उनका सम्मान उन दिनों भी करती रही जब वे अमेरिका के राष्ट्रपति हुआ करते थे।
राष्ट्रपति दुनिया का सबसे ताक़तवर आदमी होते हैं। इसके बावजूद ये दोनों सज्जन पिटे। इसलिए पिटे क्योंकि वो राष्ट्रपति होने के अलावा अपनी पत्नी के पति भी थे।फ्रांस वाले क्यों पिटे ये बात अब तक साफ हो नही सकी है पर बहुत से लोगों का मानना है कि ये एक टीचर और स्टुडेंट के बीच का मामला है और इसे गंभीरता से नही लेना चाहिये। क्लिंटन इसलिये पिटे क्योकि उनकी धर्मपत्नी को यह विश्वास था कि वे उनके अलावा और भी कई सुंदर स्त्रियों के पति होने की ,पति सा होने की चेष्ठा कर रहे थे।वे इतनी सी बात पर पर पिटे और पिटने से ज्यादा बुरी बात यह कि इस बात की दुनिया को खबर भी हो गई।
मुझे नही लगता कि इस प्रकार की सांस्कृतिक अभिरूचियो मे अमेरिकी और फ़्रांसीसी हम हिंदुस्तानियों के आसपास भी ठहर सकेंगे।सच बात तो यह कि भारतीय पति पीटे जाने के लिये अत्यन्त सुयोग्य पात्र हुआ करते है। इसके बावजूद भारतीय पति प्रायः अपनी पत्नियों के हाथो नही पीटे जाते। भारतीय पत्नियाँ अपने पतियों के साथ थोडी अधिक उदार है। आमतौर पर वे मारपीट पर उतारू नही होती। भारतीय पत्नियों में रो धो कर ,कुढ़ते हुये स्थिति स्वीकार कर लेने का रिवाज हैं। अपवाद स्वरूप किसी वीरांगना के लिये अपने पति को पीटा जाना अपरिहार्य हो भी उठे तो वे पीटने के बाद उसके गीत नही गाती। यदि किसी दुष्ट रिश्तेदार या पड़ौसी की वजह से यह खबर जगज़ाहिर हो भी जाए तो वे ऐसी खबर का खंडन करने के लिये भी हमेशा प्रस्तुत भी बनी रहती है। इसलिये हमारे देश मे पिटे पति की इज्जत को कोई ज्यादा ख़तरा नही होता।
बहरहाल फ्रांस और अमेरिकी राष्ट्रपतियों के पिटने की खबर उन हिंदुस्तानियों के लिए तसल्लीबख्श है जिनकी पत्नियाँ उन्हें गाहे बगाहे पीट देती हैं। वो ये सोचें कि जब ये गणमान्य पिट सकते हैं तो हमारी क्या बिसात। और जो अब तक पिटने से रह गए हैं वो ये सोचकर अपनी पीठ थपथपा सकते हैं कि अपने घर की चारदीवारी मे हमारी हैसियत अमेरिका और फ्रांस के राष्ट्रपति से भी ज्यादा है।





