जानलेवा हमला करने के बाद झूठी रिपोर्ट करने वाले पति-पत्नी और दो पुत्र पहुंचे जेल, 3-3 हजार का था ईनाम

एक वर्ष पूर्व दिया था घटना को अंजाम, पुलिस ने किया मामले का खुलासा

530

जानलेवा हमला करने के बाद झूठी रिपोर्ट करने वाले पति-पत्नी और दो पुत्र पहुंचे जेल, 3-3 हजार का था ईनाम

छतरपुर: वर्ष 2022 में नौगांव थाने में जानलेवा हमले की घटना की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इस मामले की विवेचना में पुलिस ने पाया कि जिस व्यक्ति द्वारा रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई थी, असल में उसी ने अपने पुत्रों और पत्नी के साथ मिलकर जानलेवा हमले की घटना को अंजाम दिया था। चूंकि मारपीट में घायल युवक की हालत नाजुक थी इसलिए पुलिस ने उसके होश में आने का इंतजार किया और जब घायल होश में आया तथा उसने पुलिस को पूरी सच्चाई बताई तो पुलिस ने वास्तविक आरोपियों पर मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी। कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। न्यायालय में पेश किए जाने के बाद आरोपी पति-पत्नी और उनके दोनों पुत्रों को जेल भेजा गया है।

●यह है पूरा मामला..

पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक 4 जनवरी 2022 को थाना क्षेत्र के ग्राम भैरौंगंज निवासी हरि कुशवाहा ने थाने में रिपोर्ट लिखाई थी कि फूलचंद्र, नरेश, गिरधारी, चंद्रभान, मानक कुशवाहा निवासी भैरोगंज व उसके रिश्तेदार तुलसीदास कुशवाहा गनेशपुरा व नारायण कुशवाहा मनकारी ने जमीनी बुराई के चलते अर्जुन कुशवाहा पर लाठी-डंडों से जानलेवा हमला किया है। पुलिस ने हरि कुशवाहा की रिपोर्ट पर धारा 147, 148, 149, 323, 307 आईपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की। चूंकि इस मामले का घायल अर्जुन कुशवाहा उस वक्त कथन देने की स्थिति में नहीं था और पुलिस को मामला संदेहास्पद लग रहा था इसलिए पुलिस ने अर्जुन के होश में आने का इंतजार किया। कुछ समय बाद जब अर्जुन कथन देने की स्थिति में आया तो पुलिस ने उससे घटना की जानकारी ली जिसमें अर्जुन कुशवाहा ने बताया कि उस पर जो हमला हुआ है वह रिपोर्ट दर्ज कराने वाले हरि कुशवाहा, उसके पुत्र जागेश्वर, बालकिशन और पत्नी सगुन के द्वारा किया गया है और हरि कुशवाहा ने जमीनी बुराई के चलते फूलचंद्र, नरेश, गिरधारी, चंद्रभान, मानक कुशवाहा निवासी भैरोगंज व उसके रिश्तेदार तुलसीदास कुशवाहा गनेशपुरा व नारायण कुशवाहा मनकारी के विरुद्ध झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई है। उक्त कथन लेने के बाद पुलिस ने हरि, जागेश्वर, बालकिशन और सगुन कुशवाहा पर मामला दर्ज किया साथ ही हरि कुशवाहा द्वारा की गई शिकायत में जिन लोगों के नाम लिखाए गए थे उन्हें पृथक किया गया।

मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए। वहीं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर 3-3 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। जहां बुधवार को मुखबिर की सूचना पर सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर विधिसंवत कार्यवाही कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

●इनकी रही मुख्य भूमिका..

इस कार्यवाही में नौगांव थान प्रभारी सतीश सिंह, उपनिरीक्षक राजकुमार यादव, प्रधान आरक्षक अरविंद शर्मा, भूपेन्द्र, प्रमोद शर्मा, रामराज सिंह, मनीष त्रिपाठी, आरक्षक दृगपाल सिंह, आदित्य, हरदीन, जीतेन्द्र, आकाश, महिला आरक्षक राधा और उमाराजा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।