IAS Officer Abusing Deputy Collector: IAS अफसर डिप्टी कलेक्टर को दे रहे गालियां, वीडियो वायरल
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1990 बैच के वरिष्ठ अधिकारी बिहार सरकार में मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक का एक वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वे एक डिप्टी कलेक्टर को जमकर गालियां दे रहे हैं।
वीडियो में पाठक अपने विभाग में मीटिंग कर रहे हैं। तमाम अधिकारी बैठे हुए हैं और वह एकदम गुस्सा हो जाते हैं। पाठक एक तरह से बिहार के लोगों और अधिकारियों पर हमला करते हुए अनाप-शनाप बोलने लगते हैं। यहां तक कि गाली गलौज पर उतर आते हैं।
आश्चर्य की बात तो यह है कि वह अधिकारियों पर तो गुस्सा हो रहे हैं पर वे अपना गुस्सा बिहार के लोगों पर भी उतारते हैं और उसकी तुलना चेन्नई के लोगों से करते हैं।
केके पाठक गाली देकर कहते हैं- कभी देखे हो चेन्नई में लाल बत्ती पर हॉर्न बजाते हुए।यहां के लोगों को कोई समझ नहीं है। केके पाठक ने एक डिप्टी कलेक्टर को गाली देते हुए कहा कि यहां के अधिकारी भी वैसे ही हैं।
एक अधिकारी को निर्देश देते हुए कहते हैं कि मुझे लिख कर दो कि मैं मां बहन एक करता हूं।
वीडियो में एक अधिकारी माफी मांगता हुआ दिखता है लेकिन केके पाठक है कि,कहते हैं कि बिहार का एडमिनिस्ट्रेशन बेकार है।
#ViralVideo बिहार के IAS अधिकारी के के पाठक का बताया जा रहा है. pic.twitter.com/3y5Qvp0IW9
— Thakur Shaktilochan shandilya (@Ershaktilochan) February 2, 2023
वीडियो वायरल होने के बाद बिहार एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील तिवारी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए के के पाठक को जल्द से जल्द बर्खास्त करने की मांग की है। तिवारी ने कहा कि वे विक्षिप्त हो चुके हैं। सुनील तिवारी ने कहा कि विभाग के प्रमुख सचिव होने के साथ-साथ वे विपार्ड के भी प्रभारी हैं और ट्रेनिंग के दौरान बिहार के अधिकारियों को परेशान करते रहते हैं। इस दौरान एक अधिकारी की मौत भी हो चुकी है। हम लोग लगातार इस मसले को उठाते रहे हैं कि वे बहुत ही गंदे तरीके से बात करते हैं और अधिकारियों को मानसिक तनाव देते हैं।
इस वीडियो को लेकर हमारे तमाम अधिकारी बहुत गुस्से में हैं। इस पर जल्द से जल्द एक्शन लेने वाले हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मुख्य सचिव से आग्रह किया गया है कि इन पर तत्काल एक्शन लिया जाए नहीं तो बिहार एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस एसोसिएशन इस पर आगे निर्णय लेने को बाध्य होगा। नहीं तो हम लोग सड़क पर उतर कर अपनी बात रखेंगे।
इसी बीच केके पाठक ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अधिकारियों के साथ कुछ मुद्दा था। हां, बैठक में मैंने अपना आपा खोया लेकिन किसी के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है।