IAS Officer controversial Statement: विवादास्पद बयान को लेकर IAS अफसर ने खेद जताया 

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IAS Officer controversial Statement: विवादास्पद बयान को लेकर IAS अफसर ने खेद जताया

पटना: पटना के एक शासकीय कार्यक्रम में सस्ते सेनेटरी नैपकिन के बारे में पूछने वाली एक छात्रा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में IAS अधिकारी हरजोत कौर भामरा ने खेद जताया है. उन्होंने कहा है कि अगर मेरी बातों से किसी लड़की की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद प्रकट करती हूं.

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इस महिला IAS अधिकारी ने कहा कि मेरा इरादा किसी को अपमानित करने या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था.

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस पर आपत्ति लेते हुए बिहार सरकार से इस अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी।इसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी IAS अधिकारी से उनके बयान पर स्पष्टीकरण मांगा. महिला आयोग ने एक बयान में कहा, NCW ने इस मामले पर संज्ञान लिया है. अध्यक्ष रेखा शर्मा ने IAS हरजोत कौर भामरा को पत्र लिखकर उनकी अनुचित और बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी के लिये स्पष्टीकरण मांगा है.

वहीं, IAS भामरा ने पत्र लिखकर इस मामले में सफाई दी. उन्होंने कहा, ‘वर्कशॉप का उद्देश्य लड़कियों को सशक्त करना था. इस वर्कशॉप में मेरे द्वारा कहे कुछ शब्दों से आपत्तिजनक मानते हुए प्रकाशित किया गया. अगर मेरे शब्दों को ध्यान से सुना जाए तो स्पष्ट होगा कि मैं बेटियों को आत्म-निर्भरता की ओर प्रेरित करना चाह रही थी. अगर मेरे कहे गए शब्दों के कारण किसी लड़की की भावनाओं को ठेस पहुंची हो, तो इसके लिए मैं खेद व्यक्त करती हूं.’

IAS अधिकारी से सवाल पूछने वाली रिया कुमारी का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, ‘सैनिटरी पैड पर मेरा सवाल गलत नहीं था. वे बड़ी चीज नहीं हैं, मैं खरीद सकती हूं लेकिन कई झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले उसे खरीद नहीं सकते हैं. मैंने सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि सभी लड़कियों के लिए सवाल पूछा. हम वहां अपनी बात रखने गए थे.’

 *ये है पूरा मामला* 

गौरतलब है कि एक स्कूली छात्रा ने IAS हरजोत कौर भामरा से वर्कशॉप के दौरान सवाल किया था कि सरकार बहुत सारी मुफ्त सुविधाएं प्रदान करती है. क्या वे हमें 20-30 रुपये के सैनिटरी पैड नहीं दे सकती? इस सवाल पर IAS अधिकारी हरजोत कौर ने कहा, ‘क्या मांगों का कोई अंत है? आप कल कहेंगे कि सरकार जींस और अच्छे जूते उपलब्ध करा सकती है. आखिरकार, जब परिवार नियोजन की बात आएगी तो आपको कहेंगे मुफ्त निरोध भी चाहिए.