IAS अफसर द्वारा APAR में फर्जीवाड़ा, FIR दर्ज

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IAS अफसर द्वारा APAR में फर्जीवाड़ा, FIR दर्ज

नई दिल्ली: भारतीय प्रशासनिक सेवा के इतिहास में संभवत यह पहला मामला होगा जब एक अधिकारी ने अपने एनुअल परफॉर्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट (APAR) में वरिष्ठ अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर किए ।
बताया गया है कि दिल्ली सरकार में पदस्थ भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2007 बैच के IAS अधिकारी उदित प्रकाश राय ने अपनी एनुअल परफॉर्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट (APAR) को बेहतर बनाने के लिए समीक्षक दो वरिष्ठ IAS अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर दिए।

जब यह रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय पहुंची और अफसरों के हस्ताक्षर का मिलान किया गया तो यह फर्जीवाड़ा पकड़ में आया।

दिल्ली सरकार के विशेष सचिव (सतर्कता) वाईवीवीजे राजशेखर की शिकायत पर मध्य जिले के आईपी एस्टेट थाना पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। पुलिस उदित प्रकाश राय को पूछताछ के लिए अब कभी भी बुला सकती है।

केंद्र सरकार के प्रावधानों के अनुसार IAS अधिकारी को अपनी एनुअल परफॉर्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट (APAR) ऑनलाइन भरनी चाहिए लेकिन उदित प्रकाश द्वारा इसे ऑफलाइन भरा जा रहा था।
IAS उदित प्रकाश राय ने अपनी APAR को SPR ROW Portal पर भरने की बजाय मैन्युअल प्रविष्टियां दर्ज की। इसमें उन्होंने समीक्षा करने वाले रिपोर्टिंग अधिकारियों के हस्ताक्षर खुद ही करके प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट नियम (PARS) में जालसाजी की है। सूत्रों की मानें तो उदित प्रकाश राय लगातार अपनी APAR ऑनलाइन भरने की बजाए ऑफलाइन भेज रहे थे।

एक बार फिर चर्चाओं में IAS अधिकारी नियाज खान 

पुलिस सूत्रों के अनुसार, राजशेखर ने अपनी शिकायत में कहा है कि IAS उदित प्रकाश राय ने अपनी APAR को SPR ROW Portal पर भरने की बजाय मैन्युअल प्रविष्टियां दर्ज की। इसमें उन्होंने रिपोर्टिंग करने वाले अधिकारियों के हस्ताक्षर खुद ही करके प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट नियम (PARS) में जालसाजी की है।

सूत्रों की मानें तो उदित प्रकाश राय लगातार अपनी APAR ऑनलाइन भरने की बजाए ऑफलाइन भेज रहे थे। इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय को शक हुआ। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चार जुलाई 2022 को दिल्ली सरकार को पत्र भेजकर जानकारी मांगी। दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने इस मामले की जांच की और अधिकारियों के हस्ताक्षर से मिलान कराया तो यह फर्जी पाया गया।

सतर्कता विभाग ने इस संबंध में 2017 से लेकर 2021 तक अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय पर समीक्षक रहे पांच वरिष्ठ IAS अधिकारियों को पत्र भेजकर उनकी प्रतिक्रिया मांगी थी। इसमें दो पूर्व IAS अधिकारी विजय देव और अनिंदो मजूमदार ने सतर्कता विभाग को अपने जवाब में कहा कि अधिकारी की मैनुअल रिपोर्ट में उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। प्रविष्टि में उनके फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। विजय देव अभी दिल्ली में राज्य चुनाव आयुक्त हैं ,जबकि अनिंदो मजूमदार कोलकाता में सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) में सदस्य हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, उदित प्रकाश राय वही अधिकारी हैं जिन पर दिल्ली जल बोर्ड का CEO रहते हुए जल बोर्ड परिसर में स्थित ऐतिहासिक धरोहर को तुड़वाकर अपने लिए बंगला बनवाने का आरोप है। हाल ही में उदित ने दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग के विशेष सचिव राजशेखर के खिलाफ जांच के नाम पर प्रताड़ित करने की शिकायत दी थी। उन्होंने पत्र की प्रतिलिपि मुख्य सचिव के अलावा मुख्यमंत्री, LG और केंद्रीय गृह मंत्री को भी भेजी थी।

Input From Hindustan Samachar