Bhopal: कुछ समय पहले तक सागर कलेक्टर रहे और वर्तमान में उच्च शिक्षा विभाग में अपर आयुक्त 2007 बैच के IAS Deepak Singh आजकल अपने दिल का हाल बयां करने के लिए विशिष्ट पंक्तियों का सहारा ले रहे हैं। वे शेर-ओ-शायरी के माध्यम से बहुत ही पैने और सधे तीर चलाते हैं जो निशाने पर लगते भी है पर जिसे लगता है वह उफ तक नहीं कर पाता है और बाकी लोग मजा लेते रहते हैं क्योंकि वह जिसे लगता है सिर्फ़ वही समझ पाता है। आज दोपहर में उन्होंने अपने fb page पर लिखा
बात सह गये तो रिश्ते रह गये
बात कह गये तो रिश्ते ढह गये।
प्रशासनिक विश्लेषकों का मानना है कि दीपक सिंह की आज fb पर शेयर की गई पंक्तियां उन सभी अन्य साथी IAS अफसरों को सहजता के साथ नौकरी करने का फलसफा समझा दिया है। फ़लसफ़ा यह है कि आप जिसके भी मातहत काम कर रहे हों उसकी बातों को सह गए तो आपकी सफलता सुनिश्चित मानिए। यदि इसके विपरीत आपने अपने मन के वास्तविक उद्गार प्रकट कर दिए तो आपका वही हश्र हो सकता है जो मेरा सागर में हुआ और उच्च शिक्षा विभाग में अपर आयुक्त बना दिया गया।
आपको याद होगा, आज से चार दिन पहले सागर कलेक्टर पद पर रुख्सती पर उन्होंने लिखा था
शौक नहीं रहा के खुद को साबित करूँ
अब तो जो आप समझो…… वही हूँ मैं
इन पंक्तियों को पढ़ कर कोई भी उनके अंदर चल रहे झंझावात को महसूस कर सकता है।
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चर्चा है कि सागर के प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह की नज़दीकी का फायदा उठाते हुए ही वे सागर जैसे महत्वपूर्ण जिले की कलेक्टरी पा सके थे।
सामान्य प्रशासन विभाग के 4 सितंबर को जारी आदेश में दीपक सिंह को सागर कलेक्टर पद से हटा कर उच्च शिक्षा विभाग में अपर आयुक्त के पद पर डम्प कर दिया गया।
26 अप्रैल 1967 में जन्में और गणित (Maths) में MSc दीपक सिंह का यह दर्द कई लेवल पर है, पहला सागर कलेक्टरी जाने का, दूसरा ग़ैर महत्वपूर्ण पद पर पटके जाने का, तीसरा अपने बैचमेट व जूनियर साथियों को मिले पदों से निचले व महत्वहीन पद पर तैनाती का।
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प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार कुछ माह पहले जब कोरोना समीक्षा के दौरान उत्साहित कलेक्टर साहब ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सागर के गलत आँकड़े पेश कर उजली तस्वीर पेश करने की नाकाम कोशिश की थी। पर ब्यूरोक्रेसी पर नकेल कस कर रखने वाले व घाट घाट का पानी पिए मुख्यमंत्री ने एक ही झटके में उनके झूठ को पकड़ लिया और समीक्षा बैठक में ही रगड़ भी दिया था। मुख्य सचिव इक़बाल सिंह बैस भी सोशल मीडिया पर इनकी सक्रियता से बहुत प्रसन्न नहीं थे। इसलिए उनके सितारे आजकल गर्दिश में हैं और वे अपने मनोभाव शेरो शायरी के माध्यम से प्रकट कर रहे हैं।
देखिए IAS Deepak Singh का fb page-