Indore : एलआईजी कॉलोनी में हाउसिंग बोर्ड द्वारा अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने लिए दोपहर में नगर निगम के अमले के साथ पहुंचा। रहवासियों ने इस कार्रवाई का विरोध किया। एक दुकानदार ने तो कांच से गला काटने की कोशिश तक की। विधायक महेंद्र हार्डिया भी उन्हें समझा नहीं सके। लेकिन, रात 9 बजे हाउसिंग बोर्ड की इस कार्रवाई पर हाईकोर्ट ने स्टे दे दिया।
हाउसिंग बोर्ड डिप्टी कमिश्नर यशवंत गोरे ने जानकारी देते हुए बताया कि एलआईजी कॉलोनी के लक्ष्मीचंद जैन और युसूफ अली ने एमओएस को लेकर उनके अवैध निर्माण पर हाईकोर्ट ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। इस पर हाउसिंग बोर्ड ने अन्य अवैध निर्माणों पर भी कार्यवाही करने की बात कही। इस पर हाईकोर्ट ने सभी अवैध निर्माण हटाने के आदेश दिए। इसके बाद हाउसिंग बोर्ड दल-बल के साथ गुरुद्वारे के समीप करीब 100 से अधिक दुकानों और भवनों पर रिमूवल कार्रवाई करने पहुंचा। जहां रहवासियों ने रिमूवल का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की।
दो थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को काबू में किया। इन अवैध निर्माण को काफी पहले तोड़ा जाना था। लेकिन, कोरोना काल के चलते यह कार्रवाई नहीं हो सकी थी, जिसे शनिवार को नगर निगम की टीम अपने अमले के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंची थी।
हाईकोर्ट ने स्टे लगाया
एमआईजी कॉलोनी चौराहा स्थित हाउसिंग बोर्ड की लीज़ सम्पत्ति 9/1 एलआईजी की नैना भाटिया के लीज़ स्वामित्व की थी। उसके रिमूवल की कार्यवाही बिना किसी विधिक प्रक्रिया के किए जाने पर नैना भाटिया ने विनय सराफ़ एवं रविंद्र कुमार पाठक ने उच्च न्यायालय इंदौर के सम्मुख याचिका दायर की। इसकी सुनवाई के लिए मुख्य न्यायमूर्ति मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की अनुमति से गठित विशेष बैंच के न्यायमूर्ति सुबोध अभ्यंकर ने शनिवार रात 9 बजे विशेष सुनवाई करते हुए रिमूवल कार्रवाई पर रोक लगा दी है।
विधायक भी पहुंचे समझाने
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 के विधायक महेंद्र हार्डिया भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने डिप्टी कमिश्नर, रहवासियों और क्षेत्रीय पार्षद के साथ विरोध करने वालों को समझाइश दी। बैठक के बाद तय हुआ कि फिलहाल दो मकानों पर कार्रवाई की जा रही है, वहीं बाकी के अवैध निर्माणों पर बाद में रिमूवल कार्रवाई होगी। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि लक्ष्मीचंद और युसूफ अली के अवैध निर्माण पर शनिवार को ही कार्रवाई होगी। अन्य लोगों को समय दिया गया है। अगले 7 दिनों में कार्रवाई पूर्ण होगी। लेकिन, रात को स्टे के बाद इस कार्रवाई को रोक दिया गया।
गला काटने की कोशिश
एलआईजी चौराहे पर नगर निगम की टीम ने को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान विरोध भी झेलना पड़ा। विरोध के दौरान एक युवक ने वहां पड़े शीशे से अपना गला काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे बचाने में पिता का हाथ भी शीशे से कट गया। हाउसिंग बोर्ड डिप्टी कमिश्नर यशवंत गोरे ने जानकारी देते हुए बताया कि हाउसिंग बोर्ड दल बल के साथ गुरुद्वारे के समीप 10 दुकानों पर कार्रवाई की।
इस दौरान एक युवक ने अतिक्रमण के विरोध के चलते कांच के टुकड़े से अपना गला काटने की कोशिश की, अपने बेटे को बचाने के चक्कर मे पिता भी घायल हो गया। अतिक्रमण के दौरान इस तरह डराने के लिए लोग कुछ भी करते रहते हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में निगम ने दुकानदारों को पहले ही नोटिस जारी कर दिए थे। इन दुकानों का अतिक्रमण हटाने के लिए कोर्ट ने काफी पहले ही आदेश जारी कर दिया था। लेकिन, कोरोना काल के चलते इन्हें तोड़ने में देरी हुई।