IMC Fire System : नगर निगम अपना खुद का फायर सिस्टम बनाएगा!
प्रदेश में पहली बार किसी नगर निगम की ऐसी पहली व्यवस्था होगी।
Indore : नवाचारों के मामले में इंदौर नगर निगम का कोई जोड़ नहीं। स्वच्छता में 6 बार देश में अव्वल रहने और 7 Star खिताब जीतने के बाद अब नगर निगम खुद की आग बुझाने की व्यवस्था बना रहा है, जो निर्धारित इलाके में राजबाड़ा के पीछे संचालित होगी। इसके तहत गाड़ियां नहीं चलेगी, बल्कि टैंक से एक हज़ार फ़ीट तक पाइप के जरिए आग बुझाने के इंतजार होंगे। यह इलाका संकरा होने से आग लगने की घटना होने पर फायर ब्रिगेड को अंदर आने में परेशानी आती है।
अब नगर निगम ने खुद का फायर सिस्टम खड़ा करने का प्लान किया है। गोपाल मंदिर के समीप भूमिगत बनने वाले वाटर टैंक में पानी की गाड़ी को छोड़कर शेष सारे उपकरण लगाए जाएंगे। आग लगने की घटना होते ही मध्य क्षेत्र के व्यापारी इसका उपयोग कर जानमाल की हानि को काफी हद तक रोकने में कर सकेंगे।
इस फायर सिस्टम के निर्माण पर 50 लाख का खर्च आएगा। इंदौर नगर निगम अपना फायर सिस्टम खड़ा करने वाला प्रदेश का का पहला निकाय होगा। दीपावली के आसपास इसका काम शुरू होगा। मध्य क्षेत्र राजवाड़ा, सराफा, गोपाल मंदिर और आड़ा बाजार में रोजाना हजारों की तादाद में ग्राहकों की आवाजाही बनी रहती है। फुटपाथ और ठेले पर धंधा करने वाले भी खड़े रहते हैं। दुकानदार भी पार्किंग के साथ सड़क पर सामान रखते हैं, जिससे मार्ग संकरा हो गया है। संकरा मार्ग होने से आगजनी की घटना होने पर दमकलों के पहुंचने में दुविधा होती है। यह फायर सिस्टम संकरी सड़कों के बावजूद व्यापारियों के लिए कारगर साबित होगा।
व्यापारियों ने दिया था सुझाव
गर्मी के दिनों में आग लगने की घटनाएं अधिक होती हैं। आग से लाखों की क्षति होती है। कई बार आग बुझाने में संकरी सड़कों के कारण विलंब हो जाता है, जिसका खामियाजा व्यापारियों को भुगतना पड़ता है। आग से बचाव को लेकर पिछले दिनों व्यापारिक संगठनों में निगम को इस तरह का सुझाव दिया था।
कैसे होगा निर्माण
गोपाल मंदिर के पास निगम अंडरग्राउंड टैंक तैयार करेगा। इसकी पानी की क्षमता एक लाख लीटर रहेगी। बोरिंग से टैंक को भरा जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से टैंक का ऊपरी हिस्सा समतल किया जाएगा। समतल हिस्से के एक कोने पर बड़ा पाइप लगाया जाएगा, जिसका मुहाना 4 से 5 इंच का होगा। पाइप की लंबाई एक हजार फीट रखी जाएगी। पाइप को वहीं इकट्ठा कर रखा जाएगा। जब चारों बाजार में कहीं भी आग लगेगी तो पाइप के माध्यम से उस पर काबू पाया जा सकेगा। सिस्टम से काफी हद तक व्यापारियों को राहत मिलेगी।
स्वीकृति के बाद टेंडर
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री डीआर लोधी के मुताबिक, गोपाल मंदिर क्षेत्र में सड़कें काफी संकरी हैं। आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी मुश्किल से पहुंच पाती है, इसलिए निगम ने खुद फायर सिस्टम तैयार करने की योजना बनाई है। अभी इस पर मेयर इन कौंसिल की स्वीकृति नहीं मिली है। स्वीकृति के बाद सिस्टम के लिए टेंडर बुलाए जाएंगे।