“पक्षकारों को न्यायवृक्ष के रोपों का किया वितरण, जरूरतमंद पक्षकारों ने लिया निःशुल्क भोजन व्यवस्था का लाभ”
उज्जैन से सुदर्शन सोनी रिपोर्ट
उज्जैन। “लोक अदालत पक्षकारों के विवाद को समझौते के आधार पर सहज एवं सुलभ न्याय दिलाने का सरल एवं निःशुल्क माध्यम है। लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण से पक्षकारों के समय एवं धन की बचत होती है तथा आपसी भाईचारा एवं सदभाव भी बना रहता है।” उक्त बात शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं प्रधान जिला न्यायाधीश श्री आर के वाणी ने कही।
जिला न्यायालय भवन के मुख्य द्वार पर प्रधान न्यायाधीश एवं अध्यक्ष श्री आर के वाणी, विशेष न्यायाधीश (एट्रोसिटी) एवं संयोजक नेशनल लोक अदालत अश्वाक अहमद खान, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अरविंद कुमार जैन द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलन कर वर्ष की प्रथम नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया। इस दौरान समस्त न्यायाधीश एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे पूजन पंडित राजेश जोशी ने संपन्न करवाया।
आज शनिवार को आयोजित हुई नेशनल लोक अदालत में हजारों की संख्या में पक्षकारगण एवं नागरिकगण लाभांवित हुये। इस लोक अदालत में विशेषकर पारिवारिक प्रकृति के साथ ही क्लेम, विद्युत चोरी, चेक बाउस, आपराधिक एवं दीवानी प्रकरणों का काफी संख्या में समझौते के आधार पर निराकरण करवाया गया। पारिवारिक प्रकरणों में अनेक बिछड़े हुये परिवारों को पुनः मिलवाया गया। मोटर दुर्घटना क्लेम के प्रकरणों में पीडित व्यक्तियों को लाखों रुपए की क्षतिपूर्ति राशि के अवार्ड पारित किए गए।
इस लोक अदालत में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री आर के वाणी की खंडपीठ के 24 प्रकरण निराकृत किए गए । इसी तरह विद्युत अधिनियम सबंधी विशेष न्यायाधीश (शहरी क्षेत्र) जितेंद्र सिंह कुशवाह द्वारा 190 एवं विद्युत अधि विशेष न्यायाधीश (ग्रामीण क्षेत्र) आदेश कुमार जैन द्वारा 120 प्रकरणों का निराकरण किया गया, इन प्रकरणों में ज्यादातर प्रकरण करीब 5 वर्षों से न्यायालय में लंबित थे।
उक्त लोक अदालत में प्रीलिटिगेशन के 11622 प्रकरणों में से चिन्हित 4473 प्रकरण तथा न्यायालय में लंबित 6034 चिन्हित प्रकरणों में से 1176 प्रकरण निराकृत हुये। लोक अदालत में कुल 5649 प्रकरणों का निराकरण हुआ और कुल रु.145759640/- की राशि के अवॉर्ड पारित हुये, जिसमें मोटर दुर्घटना के 74 क्लेम प्रकरणों में पीड़ित व्यक्तियों को रु.23752000/- के अवार्ड पारित हुए। जिला उपभोक्ता आयोग की खंडपीठ में जसबीर कौर सासन न्यायाधीश द्वारा 33 उपभोक्ता प्रकरणों का निराकरण कर रु 2301796/- राशि का अवार्ड पारित किया गया।
पूरे दिन अधिवक्ता रहे न्यायालयीन कार्य से विरक्त
मंडल अभिभाषक संघ के आव्हान पर आज पूरे दिन अधिवक्ताओं ने न्यायालयीन कार्य से विरक्त रहकर न्यायालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया।
वकीलों ने लोक अदालत का बहिष्कार करते हुए, अपनी मांगे पूरी होने तक क्रमबद्ध प्रदर्शन करने की बात कही।
वर्ष की प्रथम लोक अदालत की विशेष झलकियाँ
1. प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकारण श्री आर के वाणी द्वारा विभिन्न विभागों के समझौता स्टॉलों का निरीक्षण कर पक्षकारों एवं अधिकारियों से चर्चा कर पक्षकारों को निःशुल्क न्याय वृक्षों के रोपों का वितरण किया गया।
2. न्यायालय में आने वाले जरूरतमंद पक्षकारों को स्वर्णिम भारत मंच के सहयोग से निःशुल्क भोजन वितरित किया गया।
3. जिले के विधि विद्यार्थियों ने न्यायालय का भ्रमण कर लोक अदालत की कार्य प्रणाली का बारीकी से अध्ययन किया।
4. इस लोक अदालत में कई बिछड़े परिवारों ने पुनर्मिलन पर आपस में जयमाला पहनाकर साथ रहने का वचन दिया।