भोपाल: सब इंजीनियर की मदद से पार्षद ने किसी अन्य ठेकेदार के नाम से स्वीकृत सड़क और नालियों का काम खुद करा दिया। काम की मानीटरिंग की जिम्मेदारी देख रहे सब इंजीयिनर विष्णु यादव ने जानबूझकर इसकी अनदेखी की और शासन के ध्यान में नहीं लाए।
लोकायुक्त शिकायत के बाद जांच हुई तो उपयंत्री विष्णु यादव की दो वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की सजा दी गई है।
होशंगाबाद मेंं उपयंत्री के पद पर पदस्थ विष्णु यादव के कार्यकाल में नगर के विभिन्न वार्डों में सीमेंट कांक्रीट की सड़क पर नालियों का निर्माण करवाने के लिए ठेका तुलसीराम सराठे के नाम से स्वीकृत हुआ था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सराठे के नाम से किए गए काम में बारह चैक वार्ड 33 के पार्षद लोकेश गोंगले ने प्राप्त कर लिए। इन चैकों के जरिए 24 लाख 3 हजार 511 रुपए की अनियमितता की गई। तुलसीराम सराठे के नाम से किए गए काम का भुगतान पार्षद के द्वारा प्राप्त करने और पार्षद को नगर पालिका के ठेकेदार किसी अन्य के नाम से देने का प्रकरण संज्ञान में आने पर भी उपयंत्री यादव ने कोई कार्यवाही नहीं की।
उन्होंने जानबूझकर पार्षद को नगर पालिका के ठेके लेने में सहयोग कर अवांछित लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया। ठेका सराठे के नाम से मंजूर होंने पर उन कामों के चैक पार्षद लोकेश गोगले को लेखापाल विनोद रावत ने क्यों दिए गए, इस संबंध में भी मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने लेखापाल से स्पष्टीकरण प्राप्त किया था। पार्षद ने दूसरे के नाम से जारी ठेके में मिली राशि अपने पुत्र के द्वारा खुलवाए गए बैंक एकाउंट में जमा करा दी थी।
मामले की लोकायुक्त शिकायत हुई उसमें जांच के बाद यह सारा खुलासा हुआ। ठेकेदार और पार्षद के बीच लेनदेन को लेकर मामला लोकायुक्त तक पहुंचा था।मामले की लोकायुक्त शिकायत हुई उसमें जांच के बाद यह सारा खुलासा हुआ। बाद में दोनों के बीच राजीनामा हुआ। ठेकेदार ने शपथ पत्र देकर प्रकरण का निराकरण होंने की लिखित जानकारी दी।
जांच में प्रमाणित पाया गया कि पार्षद लोकेश गोगले की तुलसीराम ठेकेदार द्वारा किए गए काम में सहभागिता थी। उपयंत्री इस पूरे काम के प्रभारी थे। ठेकेदार के नाम से पार्षद काम करवा रहे थे लेकिन उन्होंने कभी भी नस्तियों में इसका उल्लेख नहीं किया और वास्तविक तथ्यों को छिपाया और आरोपी को बचाने का प्रयास किया। इस आधार पर नगरीय प्रशासन आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव ने उपयंत्री विष्णु यादव की दो वेतनवृद्धियां रोकने के निर्देश दिए हैं।