Mumbai : भारत को वनडे सीरीज में दक्षिण अफ्रीका ने 3-0 से हरा दिया। सीरीज के तीसरे और अंतिम वनडे (ODI) में भारत को 4 रन से करारी हार झेलनी पड़ी। टीम के कप्तान केएल राहुल (KL Rahul) इस हार से बेहद निराश नजर आए। उन्होंने मैच के बाद टीम इंडिया की कमजोरी भी बताई। उन्होंने हार के कारणों पर भी चर्चा की। उनके नाम एक खराब रिकॉर्ड भी दर्ज हुआ। वे पहले भारतीय कप्तान बने, जिनके नेतृत्व में सीरीज के तीनों ही वनडे में टीम हारी।
केएल राहुल ने मैच के बाद कहा, ‘बिल्कुल स्पष्ट है कि हमने कहां गलती की। इससे मैं कोई दूर नहीं भाग रहा। कई बार हमारा शॉट चयन खराब रहा। गेंद से भी हम लगातार सही क्षेत्रों में हिट नहीं कर पा रहे थे। हमने बीच-बीच में अच्छा खेल दिखाया, लेकिन लंबे समय तक विपक्षी टीम पर दबाव नहीं बना पाए। जुनून और प्रयास के लिए खिलाड़ियों को दोष नहीं दे सकते! कौशल और स्थिति को समझने के मामले में- कभी-कभी हम गलत हो जाते हैं लेकिन ऐसा होता है।’
दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में भारत को 288 रन का लक्ष्य दिया लेकिन मेहमान टीम 283 रन पर ऑलआउट हो गई और 4 रन से मुकाबला हार गई। भारत के लिए शिखर धवन (61) और विराट कोहली (65) ने दूसरे विकेट के लिए 98 रन की साझेदारी की। धवन 116 के टीम स्कोर पर आउट हुए। भारत का मध्यक्रम एक बार फिर लड़खड़ा गया। ऋषभ पंत खाता भी नहीं खोल सके। श्रेयस अय्यर (26) और सूर्यकुमार यादव (39) भी जम नहीं पाए। दीपक चाहर (54) ने जरूर कुछ उम्मीदें जगाईं और 34 गेंदों पर 5 चौकों और 2 छक्कों से सजी अर्धशतकीय पारी खेली। लेकिन, उनके आउट होने के बाद अंतिम 2 बल्लेबाज 10 रन भी नहीं जोड़ सके।
राहुल ने दीपक चाहर की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘दीपक ने हमें मैच जीतने का मौका दिया। वे बेहतरीन अंदाज में खेले और रोमांचक स्थिति में मैच पहुंचा दिया। बस निराशा है कि हम हारने वाले पक्ष के रूप में लौटेंगे। हमने खुद को एक वास्तविक मौका दिया, कुछ ऐसा जिससे हम सीख सकते हैं और बेहतर हो सकते हैं। हमारे पास टीम में कुछ नए लोग हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘वनडे सीरीज में हम कई बार वही गलतियां करते रहे हैं. यह विश्व कप के लिए हमारी यात्रा की शुरुआत है. हम वापस जा सकते हैं, कुछ मुश्किल पक्षों पर बातचीत कर सकते हैं. दक्षिण अफ्रीका में बहुत अच्छा समय बीता है. हमने बहुत संघर्ष दिखाया है.’
दक्षिण अफ्रीका के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने शतक जड़ा और 124 रन की पारी खेली। उन्होंने रासी वैन डेर (52) के साथ शतकीय साझेदारी भी की। क्विंटन को ‘मैन ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ भी चुना गया। उन्होंने कहा, ‘पिच बिल्कुल सपाट नहीं थी। ऐसा विकेट था जहां आप कभी भी देर तक नहीं रुक सकते थे। सीरीज से पहले टीम में वापसी की और पार्ल में एक सप्ताह ट्रेनिंग की। पहले मैच में मैं बस कुछ लय खोजने की कोशिश कर रहा था। अब इस मुकाबले में भी खुद को बेहतर करने की कोशिश कर रहा था। फिर दूसरे वनडे में मेरी लय पाई।